- प्रबन्ध निदेशक के वार्ता के आमंत्रण पर 18 जुलाई तक धरना स्थगित
श्रीगंगानगर, 3 जुलाई 2019: राजस्थान परिवहन निगम संयुक्त कर्मचारी फैडरेशन (सम्बद्ध भारतीय मजदूर संघ) द्वारा आज मुख्य प्रबन्धक की हठधर्मिता तथा संस्थान व श्रमिक विरोधी नीतियों से आक्रोशित होकर आगार कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन किया गया। भामसं. जिला संगठन मंत्री प्रदीप पंडित ‘कश्मीरी’ ने बताया कि धरने को भारतीय मजदूर संघ जिलाध्यक्ष हेमराज चौधरी, सम्भाग संरक्षक मलखान सिंह, पूर्णचन्द शर्मा, सम्भागीय उपाध्यक्ष लीलाधर माहर, प्रीतपाल, राधा देवी, शाखा सचिव करनी सिंह आदि ने सम्बोधित किया। भारतीय मजदूर संघ के पदाधिकारियों द्वारा शाखा अध्यक्ष सुरेन्द्र बागड़ी, सचिव करनी सिंह, सेवा सिंह, हरगोपाल, घनश्याम दास, मनजीत सिंह, चन्द्रभान द्वितीय, चन्द्रभान तृतीय, रघुवीर वर्मा, सुरेश वर्मा, दिवान बत्तरा, प्रभुराम को फूलमालायें महनाकर धरने पर बैठाया गया। धरने को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि संगठन द्वारा मुख्य प्रबन्धक को 21 सूत्री मांग-पत्र के निराकरण की माँग की गई थी। इस पर श्रम समझौता द्वारा संगठन के माँग-पत्र का निराकरण करने के लिए 28 जून को दोनों पक्षों को वार्ता के लिए पाबन्द किया गया था।
संगठन पदाधिकारियों ने धरने पर सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि रोडवेज आगार में रोडवेज से सम्बन्धित यात्रियों की शिकायत सुनने वाला कोई नहीं है। संगठन यात्रियों की समस्याओं के निराकरण के लिए सदैव तत्पर रहेगा।
प्रदीप पंडित ‘कश्मीरी’ ने बताया कि मुख्य प्रबन्धक द्वारा गैर कानूनी ढंग से की जा रही कार्यशैली का पर्दाफाश होने के भय से श्रम समझौता अधिकारी वार्ता के लिए उपस्थित नहीं हुआ। इस पर संगठन द्वारा धरना-प्रदर्शन एवं आन्दोलन करने का निर्णय लिया गया तथा आज पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत श्रमिक हित में धरना लगाया गया है। वक्ताओं ने कहा कि इसके बावजूद भी मुख्य प्रबन्धक अपनी हठधर्मिता पर अड़ा हुआ है तथा तथा अवकाश लेकर अनुपस्थित रहा है, जो कि संस्थान एवं श्रमिक विरोधी नीति को दर्शाता है। मुख्य प्रबन्धक ने अपना कार्यभार किसी को नहीं सौंपा। अधिनस्थ अधिकारियों द्वारा संगठन पदाधिकारियों से वार्ता में कोई रूचि नहीं ली गई तथा धरना-प्रदर्शन के प्रति असंवेदनशील रवैया अपनाया गया, जो रोडवेज में व्याप्त भ्रष्टाचार तथा लाल फीताशाही को दर्शाता है। अधिनस्थ अधिकारी भी दोपहर बाद कार्यालय छोडक़र चले गये। इससे संगठन पदाधिकारियों तथा कार्यकर्ताओं में रोष फैल गया, परन्तु संगठन पदाधिकारियों व सदस्यों द्वारा अपनी मर्यादा में रहते हुए धरना-प्रदर्शन किया गया।
प्रदीप पंडित ‘कश्मीरी’ ने बताया कि संगठन पदाधिकारियों द्वारा शान्तिपूर्वक धरना-प्रदर्शन किया गया। मुख्य प्रबन्धक की हठधर्मिता तथा संगठन के धरना-प्रदर्शन की रोडवेज मुख्यालय को जानकारी मिलने पर प्रबध निदेशक मुख्यालय द्वारा मुख्य प्रबन्धक को पत्र क्रमांक 422 दिनांक 28 जून, 2019 को भेजा गया तथा इसी के संदर्भ में फैडरेशन के प्रान्तीय अध्यक्ष व महामंत्री से भी आग्रह किया गया। इस पर फैडरेशन द्वारा सौहार्दपूर्ण रवैया अपनाया गया।
संगठन पदाधिकारियों ने जानकारी दी कि आज प्रबन्ध निदेशक मुख्यालय द्वारा फैडरेशन पदाधिकारियों व रोडवेज कर्मचारियों के रोष को देखते हुए संगठन की माँगों के निरांकरण के लिए मुख्य प्रबन्धक व संगठन पदाधिकारियों को 18 जुलाई, 2019 को जयपुर में वार्ता हेतु आमंत्रित किया गया। इस पर विचार-विमर्श के पश्चात् सांय 5 बजे धरना स्थगित करने की घोषणा की गई तथा निर्णय लिया गया कि 18 जुलाई, 2019 की वार्ता सफलतापूर्वक सम्पन्न नहीं होने पर आगामी रूपरेखा तैयार कर जोरदार आन्दोलन किया जाएगा। इस अवसर पर राजस्थान परिवहन निगम संयुक्त कर्मचारी फैडरेशन तथा भारतीय मजदूर संघ एवं सम्बद्ध संगठनों के पदाधिकारी तथा सदस्य उपस्थित थे।