नई दिल्ली,लोकसभा चुनाव के नतीजे से पहले एग्जिट पोल्स में PM मोदी तीसरी बार हैट्रिक लगाते नजर आ रहे हैं। एक पोल में तो NDA 400 के पार तक पहुंच रही है। 13 एग्जिट पोल के पोल ऑफ पोल्स में NDA को 365 और INDIA को 145 सीटों का अनुमान है। अन्य को 32 सीटें मिल सकती हैं। इस बार भाजपा 2019 में मिली 303 सीटों का आंकड़ा पार कर सकती है।
हिंदी पट्टी के राज्य उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, दिल्ली में भाजपा को एकतरफा बढ़त का अनुमान बताया गया है। इन राज्यों की 90% से ज्यादा सीटों पर भाजपा की जीत तय मानी जा रही है।एमपी की 29 सीटों में से भाजपा को 28 से 29 और वहीं राजस्थान में 25 सीटों में से 23 से 25 सीटें मिलने का अनुमान है।
पोल के मुताबिक बिहार, झारखंड, राजस्थान और महाराष्ट्र में एनडीए को 29 सीटों का नुकसान संभव है। बंगाल में उलटफेर होता दिख रहा है। यहां भाजपा कुल 42 सीटों में से 26 से 31 सीटें मिलने के आसार हैं। ओडिशा, तेलंगाना में भाजपा दोगुनी सीटें बढ़ा सकती हैं।
भास्कर रिपोर्टर्स पोल में NDA को बहुमत
चुनाव के दौरान भास्कर के 100 रिपोर्टर 542 सीटों तक गए और 'हवा का रुख' समझा। हर राज्य के पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स, सीनियर जर्नलिस्ट, आम लोगों से वहां के राजनीतिक हालात, उससे बनने वाले समीकरण, बड़े मुद्दे और राज्य-केंद्र की योजनाओं के असर के बारे में पूछा और उसे समझा। इस हिसाब से समझ आया कि इस बार BJP के नेतृत्व वाले NDA को 281-350 सीटें और विपक्षी गठबंधन INDIA ब्लॉक को 145-201 सीटें मिल सकती हैं।
ओडिशा, तेलंगाना में भाजपा दोगुनी सीटें बढ़ा सकती है, 8 में क्लीन स्वीप
एग्जिट पोल के मुताबिक एनडीए गुजरात, एमपी, छत्तीसगढ़, हिमाचल, दिल्ली, उत्तराखंड, समेत 8 राज्यों की सभी सीटें जीत सकता है। वहीं, कर्नाटक, यूपी जैसे बड़े राज्यों में पिछला प्रदर्शन दोहरा सकता है। दूसरी तरफ, इंडिया महाराष्ट्र, बिहार, झारखंड, राजस्थान और हरियाणा में मजबूत होता दिख रहा है। ओडिशा, तेलंगाना में भाजपा दोगुनी सीटें बढ़ा सकती हैं।
राजस्थान: यहां NDA को 21 सीटें मिलती दिख रही हैं, इसके अलावा I.N.D.I.A. को 3 सीटें मिल रही हैं। फिलहाल NDA के पास राज्य की सभी 25 सीटें हैं। 2019 में राज्य की 25 में से 24 सीटें भाजपा ने जीत ली थीं। एक सीट RLP को मिली थी। कांग्रेस का राज्य से सफाया हो गया था।
मध्य प्रदेश: 29 सीटों वाले मध्य प्रदेश में NDA को 28-29 सीट मिलने जा रही हैं। इसके अलावा INDIA को 0-1 सीट मिलने जा रही हैं। 2019 में भाजपा ने 29 में से 28 सीटें जीती थीं। मोदी लहर में कांग्रेस सिर्फ छिंदवाड़ा सीट ही बचा पाई। यहां से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ चुनाव जीते थे।
बिहार: राज्य की 40 सीटों में से NDA को 29-33 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं 7-10 सीटें इस चुनाव में INDIA को मिलने जा रही हैं। इसके अलावा 0-2 सीटें अन्य के खाते में जा रही हैं। 2019 में भाजपा नीत NDA ने 40 में से 39 सीटें जीती थीं। भाजपा को 17, JDU को 16 और LJP को 6 सीटें मिली थीं। लालू प्रसाद यादव की पार्टी RJD का सूपड़ा साफ हो गया था। कांग्रेस सिर्फ 2 सीट जीत पाई।
उत्तर प्रदेश: यहां 5 सर्वे एजेंसियों के एग्जिट पोल के मुताबिक NDA को 68, कांग्रेस को 10 और अन्य को 2 सीटें मिलती दिख रही हैं। पार्टी की बात करें तो इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के मुताबिक, अकेले भाजपा को 64-67 सीटें, कांग्रेस को 1-3 सीटें, अपना दल+RLD+सुभासपा मिलाकर 3-5 सीटें, सपा+TMC मिलाकर 7-9 सीटें और बसपा को 0-1 सीट मिल सकती हैं।
2019 में भाजपा को 62, बसपा 10, सपा 5, अपना दल (एस) 2 और कांग्रेस को सिर्फ रायबरेली सीट पर जीत मिली थी। राहुल गांधी अमेठी सीट से हार गए थे।
छत्तीसगढ़: यहां NDA को 10-11 सीटें मिलने का अनुमान है तो वहीं INDIA को 0-1 सीट मिलती दिख रही है. बता दें कि राज्य में 11 लोकसभा सीटें हैं। 2019 में भाजपा को यहां 9 और कांग्रेस को 2 सीटें मिली थीं। तब यहां कांग्रेस की सरकार थी। इस बार सत्ता भाजपा की है।
दिल्ली: 5 सर्वे एजेंसियों के एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी को 6 और I.N.D.I.A को 1 सीट मिलती दिख रही हैं।
पश्चिम बंगाल: 5 सर्वे एजेंसियों के एग्जिट पोल के मुताबिक NDA को 26, ममता बनर्जी की पार्टी TMC को 15 और कांग्रेस-लेफ्ट को 1 सीट मिलती दिख रही हैं।
हरियाणा: यहां इस बार भाजपा को नुकसान होता दिख रहा है। NDA को 7 सीटें मिलती दिख रही हैं। जबकि, INDIA ब्लॉक को 3 सीटें मिल रही हैं। भाजपा ने यहां 10 में से 10 सीटें जीती थीं। कांग्रेस को यहां एक भी सीट नहीं मिल पाई। उनके दिग्गज नेता तक चुनाव हार गए थे। फिलहाल राज्य में भाजपा की सरकार है।
तमिलनाडु: यह दक्षिण का सबसे बड़ा राज्य है। यहां BJP अभी शून्य पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे ज्यादा रैलियां यही की हैं। आखिरी फेज की वोटिंग से पहले भी वे दो दिन के ध्यान के लिए विवेकानंद रॉक मेमोरियल तमिलनाडु के ही कन्याकुमारी में है।
राज्य की 39 सीटों में से तमिलनाडु में DMK को 16-18 सीट मिल सकती है। कांग्रेस को इस बार 6-8 सीट मिलने के आसार हैं। BJP को 5 से 7 मिल सकती है। AIADMK को 0-1 सीट मिलती नजर आ रही है। वहीं, अन्य के खातों में 8-10 सीटें जाती दिख रही हैं।
जम्मू-कश्मीर: यहां की 5 सीटों में से भाजपा को 2 और नेशनल कॉन्फ्रेंस को 3 सीटें मिलती हुई दिख रही हैं। वहीं लद्दाख में भी कांग्रेस इस बार भाजपा पर बढ़त बनाती हुई दिख रही है। लद्दाख की एक सीट पर 2019 में जम्मू एवं कश्मीर में लोकसभा की 6 सीटें थीं। तब भाजपा ने 3 और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 3 सीटें जीती थीं। लद्दाख में 2019 में भाजपा ने एकमात्र सीट जीती थी।
नॉर्थ-ईस्ट के 7 राज्य: देश के 7 पूर्वोतर राज्य- अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मिजोरम, मेघालय, त्रिपुरा, नगालैंड- में कुल 25 सीटें हैं। एबीपी- सी-वोटर्स सर्वे के मुताबिक इन 25 सीटों में से NDA को 16-21, I.N.D.I.A को 3-7 और अन्य को 1-2 सीटें मिलने का अनुमान है। असम में 2019 में भाजपा को 9, कांग्रेस को 3, AIUDF और निर्दलीय को एक-एक सीट मिली थी।
अरुणाचल में 2019 में भाजपा ने यहां दोनों सीटें अपने नाम की थीं। मणिपुर में 2019 में एक सीट भाजपा और एक सीट उसकी सहयोगी पार्टी NPF को मिली थी। मणिपुर में पिछले साल कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा के बाद से दोनों सीटों पर मुकाबला दिलचस्प है। मेघालय में 2019 में कांग्रेस ने एक और NPEP ने एक सीट जीती थी। त्रिपुरा में 2019 में राज्य की दोनों सीटें भाजपा के खाते में गई थीं।
कर्नाटक: यहां की 28 सीटों में एग्जिट पोल भाजपा को 18 से 22 सीटें मिलती दिख रही हैं। वहीं, कांग्रेस को 4 से 8 सीट मिल रही है। जबकि जेडीएस को 1 से 3 सीट मिलती दिख रही है। भाजपा का एकमात्र दक्षिण का गढ़ माने जाने वाले कर्नाटक में 2019 में पार्टी को 25 सीटें मिलीं। तेलंगाना: एग्जिट पोल के मुताबिक, तेलंगाना में 17 सीटों में से बीजेपी को 7-10 सीटें और कांग्रेस को पांच से आठ सीटें मिलने का अनुमान है। बीआरएस और एआईएमआईएम के भी तीन से पांच सीटें जीतने की उम्मीद है। 2019 में तब सत्ता में रही BRS ने सबसे ज्यादा 9 सीटें जीतीं। इसके बाद भाजपा को 4, कांग्रेस को 3 और AIMIM को 1 सीट मिली थी।कांग्रेस, JDS और निर्दलीय एक-एक सीट ही जीत पाई।
आंध्र प्रदेश: 2019 में राज्य की 25 में से 22 सीटें सत्ताधारी जगनमोहन रेड्डी की पार्टी YSRCP ने जीतीं। पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की पार्टी TDP को 3 सीटें ही मिल पाईं। भाजपा को एक भी सीट नहीं मिली थी।
उत्तराखंड: 5 सर्वे एजेंसियों के एग्जिट पोल के मुताबिक NDA यानी भाजपा को 4-5 सीटें, I.N.D.I.A. यानी कांग्रेस को 0-1 सीट और अन्य को 00 सीटें मिलती दिख रही हैं। 2019 में भाजपा ने राज्य की सभी 5 सीटें जीती थीं। कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई। तब सत्ता में भाजपा ही थी। इस बार भी राज्य में भाजपा की ही सरकार है।
ओडिशा: भाजपा राज्य में जबरदस्त सीटें हासिल करने जा रही है। राज्य में लोकसभा की 21 सीटें हैं और एनडीए को इनमें 18-20 सीटें मिलती नजर आ रही है। सत्ताधारी BJD को 0-2 सीटें मिल सकती हैं। वहीं इंडिया गठबंधन को एक भी सीट नहीं मिल रही है। 2019 में राज्य की 21 में से 12 सीटें सत्ताधारी BJD ने जीती थीं। भाजपा को 8 और कांग्रेस को सिर्फ एक सीट पर जीत मिली थी।
पंजाब: यहां की 13 में से 2 सीटें एनडीए गठबंधन और इंडिया ब्लॉक की कांग्रेस को 5 सीटें मिलने का अनुमान है। AAP को 4 सीटें, शिरोमणि अकाली दल और अन्य को 2 सीट मिलने का अनुमान है। 2019 में कांग्रेस को यहां से 8, शिरोमणि अकाली दल को 2, भाजपा को 2 और आम आदमी पार्टी (AAP) को एक सीट मिली थी। इस बार AAP यहां सत्ता में है।
गुजरात: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के गृह राज्य में भाजपा एग्जिट पोल में एक बार फिर से क्लीन स्वीप करती दिख रही है। गुजरात में बीजेपी 1 सीट (सूरत) निर्विरोध जीत चुकी है। 2019 में भाजपा ने यहां 26 की 26 सीटें जीतीं। इस बार सूरत से कांग्रेस प्रत्याशी का पर्चा रद्द होने और अन्य प्रत्याशियों के नाम वापस लेने के बाद भाजपा प्रत्याशी निर्विरोध जीत चुके हैं।
हिमाचल: 5 सर्वे एजेंसियों के एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी को 3 कांग्रेस को 01 सीट मिलती दिख रही हैं। 2019 में भाजपा ने राज्य की सभी 4 सीटें जीती थीं। कांग्रेस का सफाया हो गया था। तब राज्य में भाजपा की सरकार थी, अभी कांग्रेस सत्ता में है।
गोवा: यहां की दो लोकसभा सीटों में से एग्जिट पोल के मुताबिक, भाजपा को एक और कांग्रेस को एक सीट मिल सकती है। 2019 में गोवा में भाजपा को एक और एक सीट कांग्रेस ने जीती थी। राज्य में भाजपा की सरकार है।
केरल: यहां INDIA अलायंस के दो धड़े हैं- UDF और LDF जिसमें आपस में फाइट होती थी। पर इस बार बीजेपी ने इस फाइट को तीसरा एंगल दे दिया। यहां UDF को 13 से 15 सीट मिल सकती है। वहीं, LDF को 3-5 सीटें तो BJP+ को 1-3 मिलती नजर आ रही है। केरल में UDF में कांग्रेस, IUML, केरल कांग्रेस, RSP शामिल है। वहीं, LDF में CPIM, CPI, फॉरवर्ड ब्लॉक, केरल कांग्रेस (M) शामिल है। बीजेपी BDJS के साथ चुनाव लड़ रही है।
दादर-नगर हवेली, दमन-दीव, चंडीगढ़, पुडुचेरी, अंडमान-निकोबार, लक्षद्वीप
इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के सर्वे में दोनों केंद्र शासित प्रदेशों में NDA यानी भाजपा को सीट मिल रही है। दादर नगर हवेली में 2019 में निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत दर्ज की थी। दमन दीव में 2019 में भाजपा ने जीत दर्ज की थी।
चंडीगढ़ के एग्जिट पोल में दो सर्वे अलग-अलग अनुमान जता रहे हैं। एक में भाजपा और एक में कांग्रेस प्रत्याशी को बढ़त मिलती हुई दिख रही है। 2019 में भाजपा ने यहां जीत दर्ज की थी। पुडुचेरी की एकमात्र लोकसभा सीट पर इस बार भाजपा को फायदा मिलता दिख रहा है। पुडुचेरी 2019 में कांग्रेस प्रत्याशी ने यहां से जीत दर्ज की थी।
अंडमान-निकोबार में 5 सर्वे एजेंसियों के एग्जिट पोल के मुताबिक NDA को 1 सीट, कांग्रेस और अन्य को एक भी सीट नहीं मिल रही है। अंडमान में 2019 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। लक्षद्वीप के एग्जिट पोल में कांग्रेस को बढ़त मिलती दिख रही है। 2019 में यहां NCP ने जीत दर्ज की थी।