- मुख्य प्रबन्धक की संस्थान व श्रमिक विरोधी नीतियों पर आक्रोश व्यक्त
श्रीगंगानगर, 31 जुलाई 2019: राजस्थान परिवहन निगम संयुक्त कर्मचारी फैडरेशन सम्बद्ध भारतीय मजदूर संघ, श्रीगंगानगर द्वारा संस्थान एवं श्रमिक हित में समस्याओं की निराकरण की माँग को लेकर दो दिवसीय धरना-प्रदर्शन के पश्चात् पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत समस्याओं का निराकरण नहीं होने पर आज फैडरेशन पदाधिकारी आमरण अनशन पर बैठ गये। भारतीय मजदूर संघ के जिला संगठन मंत्री एवं फैडरेशन प्रवक्ता प्रदीप पंडित ‘कश्मीरी’ ने बताया कि भारतीय मजदूर संघ जिलाध्यक्ष हेमराज चौधरी तथा फैडरेशन के सम्भाग संरक्षक मलखान सिंह द्वारा आज कालूराम, लीलाधर माहर, हरगोपाल, प्रभुराम तथा करनी सिंह को आमरण-अनशन पर बैठाया गया। आमरण अनशन स्थल पर सभा को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि मुख्य प्रबन्धक अपने पद का दुरूपयोग कर आंदोलन को कुचलना चाहता है। कर्मचारियों की छुट्टियों पर प्रतिबंध व अनावश्यक कार्यवाहियां शुरू कर कर्मचारियों में भय व्याप्त करना चाहता है।
भारतीय मजदूर संघ जिलाध्यक्ष हेमराज चौधरी ने इस मौके पर सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुख्य प्रबन्धक अपने द्वारा किए गए भ्रष्टाचार एवं अनैतिक कारनामों को छुपाने के लिए झूठी व अनर्गल बयानबाजी कर शान्तिपूर्वक चल रहे आन्दोलन को उग्र करवाकर औद्योगिक शांति को भंग करना चाहता है, जिससे संगठन पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त है। भारतीय मजदूर संघ से सम्बद्ध संगठनों के कार्यकर्ता धरनास्थल पर उपस्थित होकर समर्थन दे रहे हैं, जिसे मुख्य प्रबन्धक बाहरी व्यक्ति बता रहा है, जबकि रोडवेज फैडरेशन भारतीय मजदूर संघ का ही अभिन्न अंग है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी कि मुख्य प्रबन्धक हठधर्मिता छोडक़र शांतिपूर्वक फैडरेशन पदाधिकारियों से वार्ता कर समस्याओं का निराकरण करे, अन्यथा आंदोलन को जिलेभर में फैलाया जाएगा, जिसकी समस्त जिम्मेवारी मुख्य प्रबन्धक की होगी। उन्होंने घोषणा की कि माँगों का निराकरण होने तक आमरण-अनशन निरन्तर जारी रहेगा।
इस अवसर पर भामसं जिलाध्यक्ष हेमराज चौधरी, फैडरेशन सम्भाग संरक्षक मलखान सिंह, राजेन्द्र सूद, सुरेन्द्र बागड़ी, प्रीतपाल, रघुवीर खोसा, गुरलाल सिंह, दर्शन सिंह, ओमप्रकाश शर्मा, पाखर सिंह, सहदेव, रामचन्द्र वर्मा, अविनाश सिंह, राकेश कुमार, प्रदीप पंडित कश्मीरी, भगवान दास, मेजर रमाणा सहित भारी संख्या में राजस्थान परिवहन निगम संयुक्त कर्मचारी फैडरेशन तथा भारतीय मजदूर संघ एवं सम्बद्ध संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।