नई दिल्ली, महिला कांस्टेबल खुशबू चौहान का वीडियो गुरुवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में वो देश के प्रति अपनी भावनाएं बेहद जोशीले अंदाज में व्यक्त कर रही हैं, जानें- कौन हैं खुशूब चौहान, हिट हो गया जिनका ये भाषण.
सीआरपीएफ (सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स) की 233 बटालियन में कांस्टेबल खुशबू ने अपने जोशीले उद्गार व्यक्त किए हैं. उन्होंने अपने वीडियो में अर्बन नक्सलवाद पर आवाज उठाई है.
जानकारी के मुताबिक वो 27 सितम्बर को दिल्ली में Indo-Tibetan Border Police (ITBP) द्वारा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के तत्वावधान में एक डिबेट कम्पिटीशन में हिस्सा ले रही थीं. डिबेट का विषय था कि मानव अधिकारों का अनुपालन करते हुए देश में आतंकवाद एवं उग्रवाद से प्रभावी तरीके से निबटा जा सकता है. ये डिबेट बीपीआरएंडडी नई दिल्ली के सभागार में आयोजित की गई थी.
प्रतियोगिता में उन्होंने जो कहा उसकी चार मिनट की वीडियो सोशल मीडिया में हर तरफ छाई है. अपनी वीडियो में वो जेएनयू के छात्रों के बारे में अपनी राय रख रही हैं.
ये हैं उनकी स्पीच के कुछ अंश
देश मेरा जल रहा है आग लगी है सीने में
हुक्मरां सब व्यस्त हैं खून गरीब का पीने में
राममंदिर बाबरी का पक्ष नहीं मैं लाई हूं
घायल भारत चीख रहा है, चीख सुनाने आई हूं
वो कहती हैं कि दर्द हद से जब गुजरने लगता है, जब मेरे सामने पुलवामा, ताज छत्तीसगढ़ के सैनिकों के अधजले शरीर और रेत के टीले से बड़े ढेर सामने आते हैं.
आजकल तिरंगा फहराने से ज्यादा लपेटने में काम आता है, कलेजा तब फट गया जब एक मां ने कहा कि साहब आप तो आधा इंच भी कम नहीं लेते, मैं आधा बच्चा कैसे ले लूं.
आज मानवाधिकारों के कारण हमारे देश के जवान इतने डरे हैं कि वो ड्यूटी में खड़े होकर भी फैसला लेने से डरते है.