है
नई दिल्ली
कोरोना वायरस (Corona Virus) संक्रमण की संख्या देश में लगातार बढ़ रही है लेकिन दिल्ली के लिहाज से एक अच्छी खबर है। राजधानी में सोमवार को पहले के मुकाबले काफी कम केस रिपोर्ट हुए हैं जबकि जांच का दायरा बढ़ गया है। सोमवार को दिल्ली में 1379 नए केस मिले जबकि एक दिन पहले 2505 केस रिपोर्ट हुए थे। इससे पहले भी दो हजार से ज्यादा केस रोज सामने आ रहे थे। केंद्र सरकार की तरफ से भी कहा गया है कि दिल्ली में पिछले तीन सप्ताह में संक्रमण दर (Corona Infection Rate) 30 प्रतिशत से गिरकर 10 प्रतिशत पर आ गई है।
लिखें
15 हजार मरीज घर में आइसोलेट
राजधानी में कोरना संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 1 लाख से ज्यादा हो गई है। अबतक 100823 मामले सामने आए हैं। सोमवार को 48 मरीजों की मौत हो गई। अब तक दिल्ली में कुल 3115 मरीजों की कोरोना से जान जा चुकी है। वहीं 72088 लोग संक्रमण मुक्त भी हो चुके हैं। इस समय 25620 ऐक्टिव केस हैं जिनमें से लगभग 15 हजार लोग अपने घरों में ही आइसोलेट हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस बात की जानकारी दी।
जांच बढ़ी लेकिन संक्रमण दर हो रही कम
केंद्र ने सोमवार को कहा कि दिल्ली में कोविड-19 संबंधी जांच की औसत संख्या लगभग एक महीने में 5,481 बढ़कर 18,766 हो गई है और जांच की संख्या में वृद्धि के बावजूद राष्ट्रीय राजधानी में पिछले तीन सप्ताह में संक्रमण दर लगभग 30 प्रतिशत से घटकर 10 प्रतिशत हो गई है। सरकार ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर भी संक्रमण दर यानी कुल नमूनों की जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आने की दर में कमी आई है और यह अब 6.73 प्रतिशत है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि केंद्र, राज्य सरकारों और केंद्रशासित प्रदेशों ने देश में कोविड-19 महामारी से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए संयुक्त और समन्वित प्रयास किए हैं। बयान में कहा गया कि मिलेजुले प्रयासों के तहत केंद्र सरकार ने जांच संख्या बढ़ाने, संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए लोगों का तुरंत पता लगाने और समय पर मामलों के चिकित्सकीय प्रबंधन पर जोर दिया है। मंत्रालय ने कहा कि केंद्र ने जांच क्षमता बढ़ाने के लिए राज्यों की मदद की है।
कई राज्यों ने बढ़ाई है जांच की क्षमता
बयान में कहा गया कि देश के स्तर पर संक्रमण दर 6.73 प्रतिशत है। पांच जुलाई तक के आंकड़ों के अनुसार पुदुचेरी (5.55), चंडीगढ़ (4.36), असम (2.84), त्रिपुरा (2.72), कर्नाटक (2.64), राजस्थान (2.51), गोवा (2.5) और पंजाब (1.92) उन राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में शामिल हैं जहां प्रति लाख नमूनों में संक्रमण दर राष्ट्रीय औसत से कम और जांच क्षमता राष्ट्रीय औसत से अधिक है। मंत्रालय ने कहा कि दिल्ली में जांच क्षमता बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार प्रयासों को मजबूत कर रही है।
केंद्र ने कहा कि रैपिड एंटीजन पॉइंट ऑफ केयर (पीओसी) के साथ आरटी-पीसीआर के माध्यम से जांच क्षमता को बढ़ाया जा रहा है जिसका परिणाम लगभग 30 मिनट में आ जाता है। इसने कहा, ‘जांच क्षमता को बढ़ाने के लिए भारत सरकार के ठोस और केंद्रित प्रयासों के परिणामस्वरूप हर रोज की जाने वाली नमूनों की औसत जांच संख्या जो (एक से पांच जून तक) केवल 5,481 थी, वह बढ़कर प्रतिदिन (एक से पांच जुलाई तक) औसतन 18,766 हो गई है।’
बयान में कहा गया, ‘दिल्ली में जांच क्षमता में महत्वपूर्ण वृद्धि के साथ ही संक्रमण दर में भी काफी कमी आई है और यह पिछले तीन सप्ताह में लगभग 30 प्रतिशत से घटकर 10 प्रतिशत हो गई है।’