दो दिन में 13 लोग पॉजिटिव मिले, भीलवाड़ा की सीमाएं सील; तीसरे चरण में पहुंचने का खतरा

जयपुर. राजस्थान में कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 26 पहुंच चुकी है। जिसमं से भीलवाड़ा में ही 13 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। जिसमें से 6 केस शुक्रवार को सामने आए। वहीं 7 केस शनिवार देर रात तक सामने आए। बताया जा रहा है संक्रमित डॉक्टर से ये वायरस बाकी लोगों में फैला। जिसके चलते करीब 6000 लोगों की स्क्रीनिंग भी की जा रही है। जिसके चलते भीलवाड़ा की सीमांए पूरी तरह बंद कर दी गई हैं। भीलवाड़ा पूरी तरह लॉकडाउन कर दिया गया है। भीलवाड़ा में संक्रमित पाए गए डॉक्टर-कंपाउंडर जिस अस्पताल में काम करते थे, वहां अलग-अगल दिनों में छह हजार लोगों के पहुंचने की जानकारी मिली है। इनकी स्क्रीनिंग की जा रही है। इसके बाद भीलवाड़ा जिले को हाईअलर्ट पर रखा गया है। शहर में कुल 13 स्थानों पर 400 बेड के आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। हालांकि, अब तक 10 मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव भी आई है। हालात को देखते हुए डब्ल्यूएचओ व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम पहुंची भीलवाड़ा में काेराेना की भयावह स्थिति यानी स्टेज-3 काे देखते हुए डब्ल्यूएचओ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधीन काम करने वाले नेशनल सेंटर ऑफ डिसीज कंट्राेल की टीम शनिवार सुबह भीलवाड़ा पहुंची। संक्रमित डॉक्टर के घर सऊदी से आए थे मेहमान स्वास्थ्य विभाग की जांच में सामने आया है कि संक्रमित डॉक्टरों में से एक के घर कुछ दिन पहले सऊदी अरब से कुछ लोग आए थे, उन्हीं की वजह से वह कोरोना की चपेट में आए। फिर उसने साथी डॉक्टरों को भी संक्रमित कर दिया। इसका नतीजा हुआ कि सऊदी अरब से आए गेस्ट के साथ रहा डॉक्टर संक्रमित हुआ और उसकी अनदेखी पूरे शहर को भारी खतरे में डाल दिया। सुबह 7-10 और शाम 5-7 बजे ही निकल सकेंगे लोग भीलवाड़ा जिला प्रशासन ने लोगों से घर में ही रहने को कहा है। प्रशासन ने लोगों से कहा है- दैनिक जरूरतों का सामान लेने के लिए सुबह 7-10 और शाम को 5-7 बजे के बीच ही घर से बाहर निकलें। जिले में सभी प्रकार के वाहनों के परिवहन पर भी रोक लगा दी गई है। जिसके चलते शनिवार सुबह 7 से 10 बजे के बीच सब्जी मंडियों में लोगों की काफी भीड़ देखने के लिए मिली। लोग कई दिनों का सामान एक साथ ले गए। वहीं 10 बजे बाद मंडियां सुनसान हो गईं। स्टेज-3 का मतलब एक से दूसरे में संक्रमण फैलता है, स्पेन-इटली इस चरण में जब वायरस कम्युनिटी ट्रांसमिशन में पहुंच जाता है, तो बहुत बड़ा क्षेत्र इससे प्रभावित होता है। इस स्टेज में यह बीमारी देश के अंदर मौजूद संक्रमित लोगों से यहीं के दूसरे लोगों में फैलने लगती है। इससे स्थिति खतरनाक भी बन सकती है। इस स्टेज में टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए लोग यह नहीं जानते हैं कि उनमें वायरस कहां से आया है। इटली और स्पेन अभी इसी चरण में हैं। देश में अब तक जाे काेराेना पाॅजिटिव के मामले आए हैं, उनमें विदेशी पर्यटक या एनआरआई हैं, लेकिन अकेला भीलवाड़ा ऐसा शहर है जहां पर डाॅक्टर व नर्सिंग स्टाफ पाॅजिटिव मिले हैं।

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