जयपुर, 04 अप्रैल 2020,राजस्थान में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 191 हो गई है. इसमें से 40 संक्रमित तबलीगी जमात के हैं, यानी दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित मरकज में शामिल होकर लौटे थे. वहीं एक 65 वर्षीय महिला की बीकानेर में मौत हो गई है. यह महिला दिव्यांग थी और किसी तरह की यात्रा पर नहीं गई थी. शनिवार सुबह 8.30 बजे तक 12 नए कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. इनमें से दो बांसवाड़ा, दो चूरू (तबलीगी जमात), एक भीलवाड़ा और छह झुन्झुनू (तबलीगी जमात) में पाए गए हैं.
हालांकि इससे पहले भी राज्य में तीन कोरोना पॉजिटिव लोगों की मौत हुई थी. लेकिन राज्य सरकार ने तीनों के मौत की वजह अलग बताई थी.
आजतक ने एडिशनल चीफ सेक्रेटरी रोहित कुमार सिंह से जब इस बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि जिन तीन लोगों की मौत हुई है, वो किसी अन्य बीमारी से भी ग्रसित थे. सवाई मान सिंह (एसएमएस) अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सुधीर भंडारी ने कहा कि यह महज एक इत्तेफाक है कि जिन तीन लोगों की मौत हुई वो सभी कोरोना पॉजिटिव थे.
बता दें, दो अप्रैल को 85 साल के एक कोरोना पॉजिटिव मरीज (पुरुष) की मौत हो गई. इन्हें एसएमएस अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक शख्स की मौत ब्रेन हेमरेज से हुई.
इससे पहले 26 मार्च को 73 वर्षीय नारायण सिंह नाम के एक शख्स की मौत राजस्थान के भीलवाड़ा में हो गई थी. राज्य सरकार ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि सिंह को मधुमेह (डायबिटीज) की समस्या थी. इसके साथ ही उन्हें किडनी से जुड़ी कई अन्य समस्याएं भी थीं. उन्होंने यह भी कहा कि मरीज को किडनी फेल और ब्रेन स्ट्रोक की वजह से कोमा में रखा गया था, इसलिए यह कहना कि उक्त मरीज की मौत कोरोना से हुई, ठीक नहीं है.
इससे पहले 20 मार्च को इटली के 69 वर्षीय पर्यटक की मौत भी सवाई मान सिंह अस्पताल में हुई थी. हालांकि ये मरीज भी कोरोना पॉजिटिव था, लेकिन स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि संबंधित शख्स की मौत भी किसी अन्य बीमारी से हुई थी. उन्होंने मृतक की पत्नी का हवाला देते हुए कहा कि इटली के इस पर्यटक को चेन स्मोकिंग की आदत थी. इस वजह से उसे क्रोनिक ब्रोनसाइटिस की समस्या भी थी.