जयपुर, 13 अप्रैल 2020, राजस्थान में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या परेशान करने वाली है. महज 7 करोड़ की आबादी वाले राज्य में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 850 के आसपास पहुंच गई है जबकि राजधानी जयपुर तो मुंबई और दिल्ली के बाद देश का ऐसा तीसरा सबसे बड़ा शहर है, जहां संक्रमितों की संख्या अधिक है.
जयपुर में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़कर 350 से ऊपर पहुंच गई है. जयपुर में कोरोना अपना पैर तेजी से पसारता जा रहा है. खासकर जयपुर के रामगंज इलाके में. रामगंज में अब तक 300 से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं.
सबसे ज्यादा प्रभावित इलाका
करीब 6 लाख की आबादी वाले रामगंज में 300 से ज्यादा कोरोना मरीज मिलने की वजह से इसे भारत का सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित इलाका माना जा रहा है. इसी इलाके में मस्कट से लौटे एक शख्स ने करीब 150 लोगों को संक्रमित कर दिया है जबकि तबलीगी जमात के लोगों ने भी करीब इतने ही लोगों को कोरोना संक्रमित किया है.
इस इलाके में पड़ने वाले माणक चौक और रामगंज थाने के 2 कॉन्स्टेबल भी कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जिसकी वजह से पुलिस वालों को भी अब पीपीई दिया गया है.
सरकार ने बढ़ाया जांच का दायरा
सरकार के अनुसार जांच का दायरा बढ़ाया गया है, इसीलिए रामगंज में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है. सरकार ट्रिपल एक्स यानी सोशल डिस्टैंसिंग, स्क्रीनिंग और सैंपलिंग के जरिए अब रामगंज पर कोरोना से काबू पाने की कोशिश कर रही है.
चिंता की बात यह है कि कोरोना मरीजों की संख्या चारदीवारी के बाहर भी फैलने लगा है. जयपुर के वीआईपी इलाके सी स्कीम के धूलेश्वर गार्डन और चित्रकूट जैसे इलाकों में कर्फ्यू लगाना पड़ा है.
टोंक में भी स्थिति चिंताजनक
सरकार का कहना है कि अकेले जयपुर में 6,000 से ज्यादा जांच की गई और पूरे राजस्थान में करीब 30,000 जांच की जा चुकी है. वहीं जयपुर के बाद टोंक राजस्थान के लिए बड़ा सिरदर्द बन कर उभरा है, जहां पर पॉजिटिव मरीजों की संख्या 60 से ऊपर हो गई है.
टोंक में भी हालात जयपुर के रामगंज जैसे ही हैं. टोंक के बाद बांसवाड़ा में भी कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या करीब 60 के आसपास हो गई है. यहां पर बताया जा रहा है कि 6 से 7 लाख प्रवासी मजदूर मुंबई, गुजरात और मध्य प्रदेश से आए हैं जिनकी वजह से यहां कोरोना का संक्रमण फैला है.
कोटा का हाल
कोटा में भी कई इलाकों में संकट में तेजी से फैला है. वहां से विचलित करने वाली तस्वीरें भी आई हैं जिसमें महिलाएं डॉक्टरों और पुलिसकर्मियों पर थूक रही हैं. हालांकि पुलिस ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और गिरफ्तारी की कार्रवाई की जा रही है.
सरकार ने आदेश दिए हैं कि ऐसे लोगों को तुरंत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया जाए. राजस्थान सरकार की तारीफ भीलवाड़ा मॉडल को लेकर हर जगह हो चुकी है, मगर दूसरे जगहों पर मिल रही असफलता सरकार के कामकाज पर सवाल खड़ा कर रही है.
किसानों को रियायत
बहरहाल, सरकार ने लॉकडाउन में छूट देते हुए अब किसानों को फसल लेकर मंडी तक आने की छूट दे दी है. एक व्यापारी दिन में 2 किसानों से फसल खरीद सकेगा. इसके अलावा ईंट भट्टे पर भी मजदूर काम कर सकेंगे. जोमैटो और स्विगी जैसे होम डिलीवरी वाले काम भी अब शुरू हो गए हैं.