जयपुर, 05 मई 2020, हंदवाड़ा एनकाउंटर में शहीद हुए सेना की 21 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल आशुतोष शर्मा को आज अंतिम विदाई दी गई. शहीद कर्नल आशुतोष जम्मू कश्मीर में कई मिशन का हिस्सा रहे. शनिवार को उन्होंने हंदवाड़ा में मुठभेड़ के दौरान दो आतंकियों को मार गिराया था. इस दौरान वह शहीद हो गए थे.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कर्नल आशुतोष शर्मा के बलिदान पर अत्यधिक गर्व है. कर्नल आशुतोष शर्मा के परिवार के लिए नुकसान उठाना मुश्किल है. मैं उनके प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं. वहीं, कर्नल शर्मा की पत्नी पल्लवी शर्मा ने कहा कि बलिदान पर मुझे कोई अफसोस नहीं है.
गौरतलब है कि हंदवाड़ा में लश्कर चीफ हैदर को मौत की नींद सुलाने वाले वीर कर्नल आशुतोष का पार्थिव शरीर कल यानी सोमवार को जयपुर पहुंचा. नागरिकों की जान बचाते हुए पाकिस्तान की आतंकी साजिश को नाकाम करने के दौरान 21 राष्ट्रीय राइफल के कर्नल आशुतोष समेत 5 सुरक्षाकर्मियों ने शहादत दी थी.
पूरा परिवार पार्थिव शरीर को रिसीव करने एयरपोर्ट पहुंचा था. यहां से उसे मिलिट्री हेडक्वार्टर ले जाया गया. कर्नल आशुतोष के परिवार ने उनकी शहादत पर आंसू नहीं बहाया. दो-दो बार वीरता के लिए सम्मानित कर्नल आशुतोष की शहादत पर पूरे परिवार को गर्व है.
क्या है पूरा मामला
शनिवार को कमांडिंग ऑफिसर कर्नल आशुतोष शर्मा के साथ सुरक्षाबलों ने हंदवाड़ा में आतंकियों को घेर लिया. एक-एक घर की तलाशी ली जाने लगी और इसी दौरान मुठभेड़ हुई थी. आखिरकार हंदावाड़ा एनकाउंटर में लश्कर-ए-तैयबा के कश्मीर चीफ हैदर का सफाया हो गया.
भीषण गोलीबारी के बीच सेना ने दो विदेशी आतंकियों को मार गिराया और उनका ठिकाना तबाह कर दिया, लेकिन 5 सुरक्षाकर्मियों को शहादत देनी पड़ी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर साफ कहा है कि शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.