नई दिल्ली, 30 मई 2020,राजस्थान बोर्ड की बची हुई परीक्षाओं के आयोजन को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं. ताकि इस महामारी के दौर में छात्रों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, ''कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा जो COVID-19 के कारण स्थगित हुई थी, अब आयोजित की जाएगी. राज्य शिक्षा विभाग परीक्षा आयोजित करने के लिए उचित व्यवस्था करेगा.''
उन्होंने कहा, कोरोना वायरस के कारण स्थगित की गई 10वीं और 12वीं कक्षाओं की विभिन्न विषयों की बोर्ड परीक्षाएं कराने का निर्णय लिया गया है, इसके लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को समुचित व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए हैं.
सभी परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों और अध्यापकों द्वारा मास्क तथा सैनिटाइजर के उपयोग की अनिवार्यता सुनिश्चित की जाएगी. साथ ही, विद्यार्थियों के परीक्षा केन्द्र पर आवागमन और परीक्षा के दौरान सोशल डिस्टेसिंग के नियम की सख्ती से पालन किया जाएगा.
अशोक गहलोत ने कहा है, आवश्यकता के अनुसार परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाने का सुझाव दिया गया है और जिन स्कूल भवनों में क्वारनटीन सुविधाएं संचालित की जा रही हैं, उन भवनों को परीक्षा से पहले तय प्रोटोकॉल के अनुसार सैनिटाइज और वहां स्वास्थ्य सुरक्षा मानकों की सम्पूर्ण व्यवस्था की जाएगी.
बता दें, राजस्थान सरकार ने कोरोना वायरस प्रकोप के कारण 19 मार्च को बोर्ड परीक्षा स्थगित कर दी थी. राज्य के शिक्षा मंत्री मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा, परीक्षा के शुरू होने से 10 दिन पहले तारीखें जारी कर दी जाएंगी. ऐसी संभावना जताई जा रही है कि बची हुई परीक्षा जून के पहले हफ्ते में आयोजित की जा सकती है.
राजस्थान बोर्ड की कक्षा 10 की परीक्षा के केवल तीन पेपर बचे हैं, वहीं कक्षा 12वीं की अंग्रेजी, हिंदी, गणित, भूगोल समेत कई विषयों की परीक्षा होनी बाकी है.
राजस्थान बोर्ड की जो परीक्षाएं हो चुकी हैं, उनकी उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन की प्रक्रिया चल रही है, शिक्षक घर से ही पेपर्स की चेकिंग कर रहे हैं. प्रक्रिया पूरी होने के चार से 6 सप्ताह के भीतर परिणाम घोषित किए जाएंगे.
बोर्ड परीक्षा की प्रक्रिया को पूरा करने में एक महीने का समय लगेगा. शिक्षा मंत्री ने कहा, यदि बोर्ड परीक्षा जून-अंत या जुलाई में समाप्त होती है, तो परिणाम अगस्त में आने की उम्मीद की जा सकती है.