अलवर।
भारत- चीन में हुए विवाद (India China Dispute) के बाद देश में सियासी पारा भी उफान का है। लेकिन इसका खामियाजा अलवर के एक सैनिक परिवार को भुगतना पड़ रहा है। दरअसल कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (rahul gandhi)और गृहमंत्री अमित शाह (amit shah) इस शहीद परिवार के नाम पर लगातार एक -दूसरे को घेरने में लगे हुए हैं। आपको बता दें कि चीन बॉर्डर पर भारतीय सैनिकों पर हुए हमले कर बाद घायल अलवर के नोगांवा की ढ़ाणी के रहने वाले सैनिक सुरेंद्र के पिता बलवंत ने हाल ही कुछ बयान दिया था, जिसके बाद से दो नेताओं में ट्वीटर पर इसे ढ़ाल बनाकर वॉर करते नजर आ रहे हैं।
15 घंटे बाद आया था होश
दरअसल चीन बॉर्डर पर तैनात सुरेंद्र की हमले के बाद घायल होने की खबर आई थी, जिसके बाद से परिजन चिंतित थे। वहीं सेना के अधिकारियों ने घायल सुरेंद्र सिंह को लद्दाख के अस्पताल में भर्ती करवाया था, जिन्हें 15 घण्टे बाद होश आया था। इसके बाद परिजनों की सुरेंद्र से बातचीत हुई और उन्होंने बॉर्डर की स्थिति और सुरेंद्र सिंह ने घटना के वाकिये को मीडिया से शेयर किया था।
राहुल ने पूछा सवाल
इस संबंध में राहुल गांधी ने मीडिया रिपोर्ट्स को आधार बनाते हुए सरकार से सवाल पूछते हुए बॉर्डर की स्थिति पर सैनिक के परिवार के द्वारा किये जा रहे दावों पर सरकार से जवाब मांगा था। उन्होंने इस दौरान कहा था कि घायल सैनिक के परिवार के द्वारा जो बात बताई है उनमें क्या सच्चाई है । लिहाजा इस तरह सरकार को घेरने के बाद भाजपा बैकफुट पर आई गई थी।
अमित शाह ने संभाला मोर्चा
कांग्रेस की ओर से घेरे जाने के बाद देश के गृह मंत्री अमित शाह ने खुद मोर्चा संभालते हुए एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने मीडिया एजेंसी द्वारा जारी किए एक वीडियो शामिल था, जिसमें सैनिक सुरेंद्र का पिता बलवंत सिंह कह रहा है कि चीन बॉर्डर पर तनाव की स्थिति है और 20 जवान शहीद हो गए है। राहुल गांधी को इस स्थिति में राजनीति नहीं करनी चाहिए ।
मोहरे के रूप में इस्तेमाल करने में जुटी पार्टियां
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें,तो ट्विटर वॉर के बाद से सैनिक का परिवार चिंता में घिरा हुआ है। वहीं राजनीतिक पार्टियां बलवंत को शतंरज के खेल में मोहरे के रूप में इस्तेमाल करने में जुटे हुए है। इसी से परेशान पीड़ित परिवार अब घर पड़ोसियों के भरोसे छोड़कर भूमिगत हो गए है। घर पर परिवार के कोई सदस्य मौजूद नही
प्रशासन ने दी है नसीहत
मीडिया रिपोर्ट्स में खबर आने के बाद बाद सैनिक परिवार को एसडीएम रामगढ़ रेणु मीणा और आर्मी के अधिकारियों ने चीन मामले में बयानबाजी नहीं करने की नसीहत दी है। लेकिन राजनीतिक पार्टियों के नेताओ के द्वारा उनपर बयानों को लेकर दबाव बनाया जा रहा है। इस बारे के बलवंत सिंह से संपर्क करने की कोशिश की गई , वे घर पर नहीं मिले और किसी का फ़ोन भी नहीं उठा रहे है।
राजस्थान में भी चढ़ा सियासी पारा
इस मामले में अब भाजपा नेता ज्ञानदेव आहूजा ने बयान देकर कांग्रेस सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी और पुलिस प्रशासन द्वारा सैनिक के पिता बलवंत सिंह पर राहुल गांधी पर दिए बयान को बदलने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है। वहीं इस मामले में कांग्रेस नेता जुबेर खान ने कहा है कि भाजपा खुद मामले में बेवजह के आरोप लगा रही है।