चीन में पहले ही बैन है TikTok, खुद यूज नहीं करता अपना प्लैटफॉर्म

नई दिल्ली देश के यूजर्स की प्रिवेसी और डेटा की सिक्यॉरिटी के चलते भारत सरकार की ओर से 59 चाइनीज ऐप्स को बैन कर दिया गया है और इनमें TikTok भी शामिल है। शॉर्ट विडियो शेयरिंग ऐप TikTok को भारत में करोड़ों लोग यूज कर रहे थे लेकिन यह चाइनीज ऐप खुद अपने देश में ही बैन है। हो सकता है यह बात आपको हैरान करे लेकिन यही सच है। चाइनीज नागरिक ग्लोबल TikTok ऐप का इस्तेमाल नहीं कर सकते और इस ऐप पर अकाउंट बनाने का ऑप्शन उन्हें नहीं मिलता। चीन अपने यूजर्स की ऑनलाइन ऐक्टिविटी को लेकर काफी अलर्ट रहता है और वहां के साइबर स्पेस पर ढेरों बंदिशें लगाई गई हैं। चीन में फेसबुक से लेकर वॉट्सऐप और टिकटॉक तक सारे ग्लोबल सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर बैन है। चीन के यूजर्स फेसबुक की जगह Weibo, गूगल की जगह Baidu, यूट्यूब की जगह Youku और वॉट्सऐप की जगह WeChat का इस्तेमाल करते हैं। ग्लोबली करोड़ों यूजर्स वाला टिकटॉक भी चीन में हमेशा से ही बैन है, जबकि यह खुद एक चाइनीज ऐप है। TikTok की जगह यह ऐप टिकटॉक के विकल्प के तौर पर चीन के यूजर्स Douyin नाम के ऐप का इस्तेमाल करते हैं। इस ऐप में टिकटॉक जैसे फीचर्स मिलते हैं लेकिन इसे चीन से बाहर इस्तेमाल या ऐक्सेस नहीं किया जा सकता। चाइनीज कंपनी ByteDance का ही होने के बावजूद TikTok को चीन में बैन किए जाने की वजह यह है कि चीन की सरकार अपने नागरिकों के विडियो ग्लोबल यूजर्स के साथ शेयर नहीं होने देना चाहती। Douyin बेशक टिकटॉक का चाइनीज वर्जन माना जाता हो लेकिन इसे केवल चीन के लोग यूज कर सकते हैं। चाइनीज ऐप्स को बढ़ावा अगर चीन में कोई यूजर अपना TikTok अकाउंट बनाना चाहे या ऐप यूज करना चाहे तो उसके पास चीन से बाहर रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर होना चाहिए। इसी तरह अगर चीन से बाहर का कोई यूजर Douyin ऐक्सेस और यूज करना चाहे तो उसका नंबर चीन में रजिस्टर्ड होना चाहिए। हालांकि, चीन में ग्लोबल ऐप्स और सोशल मीडिया ऐक्सेस करने पर सजा का प्रावधान नहीं है लेकिन देश ने साइबर स्पेस ही इस तरह तैयार किया है कि यूजर्स चाइनीज ऐप्स ही इस्तेमाल करें। यूजर्स को सीमित विकल्प अपने देश के डेटा को लेकर चीन का रवैया किसी दूसरे देश के मुकाबले ज्यादा सख्त है। यहां यूजर्स जिन सोशल मीडिया ऐप्स, या फिर सर्च इंजन्स का इस्तेमाल करते हैं, वे सभी चाइनीज भाषा में हैं। इसके अलावा सॉफ्टवेयर भी चाइनीज भाषा में ऑफर किए जाते हैं। ऐसे में भले ही चीन अपने यहां डिवेलप ऐप्स दुनियाभर में ऑफर करता हो लेकिन वहां के नागरिकों को सीमित विकल्प ही दिए गए हैं।

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