नई दिल्ली, 02 जुलाई 2020,सुरक्षा परिषद ने कराची स्थित पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज में हुए आतंकी हमले की निंदा की है. 29 जून को हुए इस आतंकी हमले में 4 आतंकी समेत 11 लोग मारे गए थे.
सुरक्षा परिषद ने कहा कि आतंकवाद अपने किसी भी रूप में अतंरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा है, सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने कहा कि आतंकवाद के हर रूप की सख्त आलोचना होनी चाहिए और से दुनिया के लिए गंभीर खतरा है.
हर तरह का आतंकवाद आपराधिक कृत्य
सुरक्षा परिषद ने दोहराया कि आतंकवाद का कोई भी कृत्य आपराधिक है और इसे माफ नहीं किया जाना जा सकता. सुरक्षा परिषद ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि इस कृत्य का उद्देश्य क्या है, इसे किसने किया है और कब किया है. सुरक्षा परषिद ने कहा कि दुनिया के सभी देश अपने पास मौजूद सभी साधनों के द्वारा संयुक्त राष्ट्र के चार्टर और दूसरे अंतरराष्ट्रीय कानूनों के मुताबिक आतंकवाद से लड़े.
जम्मू-कश्मीर में दहशतगर्दों की हिंसा को कथित आजादी की लड़ाई से जोड़ने वाले पाकिस्तान के लिए सुरक्षा परिषद का ये वक्तव्य कड़ा संदेश है. सुरक्षा परिषद ने स्पष्ट कर दिया है कि आतंक सिर्फ आतंक है और इसके मकसद के आधार पर इसे वैधता का जामा नहीं पहनाया जा सकता है.
अंतरराष्ट्रीय कानूनों के मुताबिक हो सजा
सुरक्षा परिषद ने इस आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिवारवालों के साथ गहरी संवेदना व्यक्त की और इस हमले में घायल हुए लोगों के जल्द ठीक होने की कामना की.
सुरक्षा परिषद ने कहा कि इस आतंकी हमले को अंजाम देने वाले, इसकी साजिश रचने वाले और इसके स्पॉन्सर का पता लगाया जाना चाहिए और उन्हें अंतरराष्ट्रीय कानूनों के मुताबिक सजा देनी चाहिए.