मीटिंग
इस्लामाबाद
पाकिस्तान ने चीन की धुन पर नाचने का मन बना लिया है। विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि 'एक जैसी चुनौतियों के आगे दोनों देशों के बीच एक-दूसरे का समर्थन करने की परंपरा रही है।' भारत-चीन के बीच सीमा विवाद के बीच कुरैशी ने अपने चीनी समकक्ष वांग यी से शुक्रवार को फोन पर बात की। इसमें मुख्य रूप से चर्चा लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर बने हालात पर ही हुई। पाकिस्तान ने फिर से 'वन चाइना' पॉलिसी का समर्थन किया है और कहा कि वह 'हांग कांग, ताइवान, तिब्बत और जिनझियांग में' चीन का समर्थन करता है। दूसरी तरफ, प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी पैंतरेबाजी शुरू कर दी है। उन्होंने मिलिट्री और इंटेलिजेंस के टॉप अधिकारियों की मीटिंग बुलाई जिसका एजेंडा भारत-चीन सीमा विवाद के इर्द-गिर्द ही रहा।
पाकिस्तान के साथ मिलकर कोई साजिश रच रहा चीन!
चीनी विदेश मंत्री के साथ बातचीत में कुरैशी ने कहा कि 'भारत के विस्तारवादी रवैये से क्षेत्र की शांति भंग हो रही है।' पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने एक बार फिर कश्मीर राग अलापते हुए कहा कि 'कब्जाई गई जमीन पर भारत डेमोग्रफी में चेंज करने की कोशिश कर रहा है।' कुरैशी ने वांग को लाइन ऑफ कंट्रोल के हालात के बारे में भी बताया।
दोनों विदेश मंत्रियों के बीच, संकट के वक्त एक-दूसरे का समर्थन करने पर फिर सहमति बनी। चीन और पाकिस्तान मिलकर भारत के खिलाफ दोहरा मोर्चा खोल सकते हैं। दोनों देशों के नेताओं को लगता है कि ऐसा करके वह भारतीय सेना पर बढ़त पाने में कामयाब हो जाएंगे।
घबराए इमरान, फौरन बुला ली मीटिंग
बॉर्डर पर भारत ने जिस तरह चीनी फौज के आगे खूंटा गाड़ रखा है, उससे इमरान के दिल में डर बैठ गया है। उन्हें लगता है कि कहीं LAC पर तनाव के बहाने भारत LOC वाला फ्रंट न खोल दे। शुक्रवार को उन्होंने इस्लामाबाद में मिलिट्री और इंटेलिजेंस के टॉप अधिकारियों की बैठक बुलाई। यह मीटिंग चीन और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों की फोन पर बातचीत के बाद हुई।
बाद में जारी बयान में कहा गया कि 'पाकिस्तान की संप्रभुता की हर कीमत पर रक्षा की जाएगी। पाकिस्तान पड़ोसियों के साथ शांति बनाए रखने में यकीन रखता है मगर हमारे पास अपने लोगों और क्षेत्रीय संप्रुभता को बचाने की इच्छाशक्ति और ताकत, दोनों है।'