नई दिल्ली, 04 जुलाई 2020,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल बौद्ध सम्मेलन के दौरान इशारों-इशारों में चीन पर निशाना साधा. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बुद्ध के विचार चुनौतियों से निपटने में मददगार साबित होंगे. पीएम ने कहा कि भगवान बुद्ध की शिक्षा समाज और देशों को कल्याण का रास्ता दिखाता है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि बौद्ध धर्म लोगों को सम्मान करना करना सिखाता है, लोगों का सम्मान, गरीब का सम्मान, महिलाओं का सम्मान, शांति और अहिंसा का सम्मान बौद्ध धर्म हमें सिखाता है. इसलिए बौद्ध धर्म की शिक्षाएं स्थायी हैं.
पीएम ने कहा कि भगवान बुद्ध ने हमें दो चीजों के बारे में बताया उम्मीद और उद्देश्य. उन्होंने इन दोनों के बीच गहरा रिश्ता देखा था. उम्मीद से किसी उद्देश्य की दिशा में काम करने की ताकत आती है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं 21वीं सदी को लेकर बहुत आशान्वित हूं. यह उम्मीद मेरे युवा मित्रों - युवाओं से है. यदि आप एक उदाहरण देखना चाहते हैं कि आशा और करुणा किस प्रकार पीड़ा को दूर कर सकती है, तो यह हमारे युवाओं द्वारा शुरू किया गया हमारा स्टार्ट-अप सेक्टर है.
पीएम ने कहा कि युवा दिमाग वैश्विक समस्याओं का समाधान ढूंढ रहे हैं. भारत में इस समय दुनिया का सबसे बड़ा स्टार्ट-अप इकोसिस्टम है.
वर्चुअल बैद्ध सम्मेलन में बोले पीएम मोदी ने हम बौद्ध स्थलों से कनेक्टिविटी पर ध्यान देना चाहते हैं. कुछ दिन पहले भारतीय कैबिनेट ने घोषणा की थी कि कुशीनगर एयरपोर्ट इंटरनेशनल होगा. इससे बहुत सारे लोग, तीर्थयात्री और पर्यटक आएंगे.
आज दुनिया एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी चुनौतियों से लड़ रही है. इन चुनौतियों के लिए स्थायी समाधान भगवान बुद्ध के आदर्शों से आ सकते हैं. वे अतीत में प्रासंगिक थे, वे वर्तमान में प्रासंगिक हैं और वे भविष्य में प्रासंगिक बने रहेंगे.