तरन तारन ब्लास्ट: हथियार-गोलाबारूद के साथ 4 खालिस्तानी आतंकी गिरफ्तार

चंडीगढ़,तरन तारन में 4 सितंबर को हुए ब्लास्ट से जुड़े केस में हालिया गिरफ्तारियों से ‘खालिस्तान ज़िंदाबाद फोर्स’ के चार आतंकियों को पकड़ने में कामयाबी मिली है. साथ ही तरन तारन से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और सैटेलाइट फोन ज़ब्त किए गए हैं. तरन तारन के चोला साहब क्षेत्र से रविवार को बलवंत सिंह उर्फ़ निहंग, आकाशदीप सिंह उर्फ़ आकाश रंधावा, हरभजन सिंह और बलवीर सिंह को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने चारों आतंकवादियों के पास से 16 मैगज़ीन और 472 राउंड के साथ 5 एके 47 राइफल, 4 चीन निर्मित पाइंट 30 बोर की रिवाल्वर (8 मैगजीन और 72 राउंड के साथ), 9 हथगोले, 5 सैटेलाइट फोन, 2 मोबाइल ओन, 2 वायरलेस सेट और 10 लाख की नकली करेंसी ज़ब्त की. इन चारों को ब्लास्ट केस में पहले गिरफ्तार 5 आरोपियों के सुराग पर गिरफ्तार किया गया. पहले गिरफ्तार पांच लोगों के नाम है- चरनदीप सिंह गब्बर, मनप्रीत सिंह, हरजीत सिंह हीरा, मलकीत सिंह मजीठा और अमरजीत सिंह. इन पाचों ने पूछताछ के दौरान पंजाब में खालिस्तानी संगठनों के मंसूबों को लेकर अहम जानकारी दी थी. पुलिस की जांच से खुलासा हुआ है कि इन आतंकवादियों तक हथियारों की खेप पाकिस्तान के एक ड्रोन के जरिए सप्लाई हुई. ये हैरानी की बात है कि किस तरह हथियारों और अन्य सामान के साथ ड्रोन सरहद पार कर भारतीय क्षेत्र में आने में कामयाब रहा. खालिस्तानी आतंकियों के निशाने पर त्यौहार और नेता गिरफ्तार आतंकियों ने पुलिस के सामने कबूल किया कि उनके निशाने पर हिन्दुओं के त्यौहारों के साथ राजनेता और धार्मिक नेता थे. इन आतंकियों के मुताबिक गड़बड़ी फैलाने के लिए उन्हें पाकिस्तान से हर तरह का समर्थन मिल रहा था. टॉप सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि 4 सितंबर ब्लास्ट केस में गिरफ्तार अभियुक्त चरनदीप सिंह ने शिरोमणि अकाली दल, बीजेपी और शिवसेना से जुड़े कुछ नेताओं के नाम पुलिस को बताए. ये नेता आतंकियों के निशाने पर थे. अन्य अभियुक्तों ने भी कबूल किया कि वो डेरा नेताओं को मारना चाहते थे और उन्हें ऐसा करने के लिए ‘सिख फॉर जस्टिस’ से निर्देश मिले थे. सूत्रों ने ये भी बताया कि ब्लास्ट में घायल हुए गुरजंट सिंह के एक रिश्तेदार ने पुलिस को अहम जानकारी दी. उसने आपराधिक बैकग्राउंड के ऐसे लोगों के नाम पुलिस को बताए जो अब विदेश में रह रहे हैं. पुलिस जांच से सामने आया है कि तरन तारन के गांव में ब्लास्ट से डेढ़ घंटा पहले 17 लोग हरजीत सिंह हीरा के घर पर मिले थे. इस अभियुक्त का घर ब्लास्ट वाली जगह से महज़ 40 मीटर की दूरी पर स्थित है. बता दें कि पंजाब में तीन दशक के उग्रवाद के दौरान तरन तारन अलगाववादी और आतंकवादी गतिविधियों का केंद्र बना रहा था. 4 सितंबर को ब्लास्ट के बाद तरन तारन का नाम फिर सुर्खियों में है. इस ब्लास्ट में दो लोग मारे गए थे. चार खालिस्तानी आतंकियों के हथियार और गोला-बारूद के साथ गिरफ्तार होने के बाद सभी भारतीय सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी हो गई हैं.

Top News