चंडीगढ़, 07 अक्टूबर 2019,पंजाब के तरन तारन में पिछले महीने हुए बम ब्लास्ट की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. आतंकियों के निशाने पर अकाली दल के प्रधान और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल थे. आतंकियों ने सुखबीर बादल के अमृतसर दौरे के दौरान बम धमाका करने की साजिश रची थी.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 5 सितंबर को हुए तरन तारन ब्लास्ट केस के मुख्य आरोपी गुरजंत सिंह को पिछले हफ्ते शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया था. इस ब्लास्ट में दो लोगों की मौत हो गई थी जबकि मुख्य आरोपी घायल हो गया था.
हमले की साजिश क्यों?
आतंकी पंजाब में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामलों और उसके बाद प्रदर्शनकारियों पर की गई पुलिस फायरिंग के पीछे सुखबीर बादल को साजिशकर्ता मानते हैं. इस वजह से हमले की साजिश बनाई गई थी. फिलहाल इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) कर रही है.
इस वारदात को अंजाम देने के लिए आतंकियों ने तरनतारन के पंडोरा गोला गांव में खाली प्लॉट में बम को दबाकर रखा था, लेकिन बम निकालने के दौरान धमाका हो गया. इस धमाके में दो आतंकी मौके पर ही मारे गए थे.
सुखबीर सिंह बादल पर आतंकी हमले की साजिश के पीछे मुख्य वजह पंजाब में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामलों और उसके बाद प्रदर्शनकारियों पर की गई पुलिस फायरिंग को माना जा रहा है. आतंकी इस फायरिंग के लिए अकाली दल के नेता को साजिशकर्ता मानते हैं.
तरनतारन ब्लास्ट केस के मामले में एनआईए ने पंजाब पुलिस के पूरे रिकॉर्ड और सबूतों को अपने कब्जे में ले लिया है, अब आगे इस मामले की जांच एनआईए करेगी.
पंजाब पुलिस 6 आतंकियों को गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस ने पहले 5 लोगों को गिरफ्तार किया था और फिर पिछले हफ्ते शुक्रवार को पंजाब की स्टेट आपरेशन सेल ने जर्मनी में बैठे हुए गुरमीत सिंह उर्फ बग्गा उर्फ डॉक्टर के भाई को जालंधर से गिरफ्तार किया. पुलिस के मुताबिक, कश्मीर में हथियार नहीं पहुंचाए जाने की एवज में आतंकियों को दिल्ली या पंजाब में बड़े हमले का आदेश था