चंडीगढ़, 05 मई 2020, महाराष्ट्र से लौटे सिख श्रद्धालु पंजाब के लिये सबसे बड़ी मुसीबत बन गये हैं. पंजाब में कोरोना वायरस मरीजों की संख्या बढ़कर 1232 पहुंच गई है. हैरान करने वाली बात ये है कि इन कुल कोरोना संक्रमितों में से 795 केस उन सिख श्रद्धालुओं से जुड़े हैं, जो हाल ही में नांदेड़ से वापस लाये गये थे.
लॉकडाउन के तीसरे चरण के बीच कोरोना की स्पीड पूरे देश में बढ़ रही है और इस बीच सोमवार को पंजाब में कोरोना के 132 नये केस पाये गये. इनके साथ ही कोरोना संक्रमितों की राज्य में कुल संख्या 1200 के पार चली गयी. कुल कोरोना संक्रमितों में 795 मरीज वो सिख श्रद्धालु हैं, जिन्हें हाल ही में महाराष्ट्र के नांदेड़ स्थित श्री हुजूर साहिब गुरुद्वारे से वापस लाया गया था.
दरअसल, लॉकडाउन के चलते पंजाब के हजारों श्रद्धालु नांदेड़ स्थित श्री हुजूर साहिब गुरुद्वारे में फंस गये थे. लॉकडाउन के दूसरे फेज के दौरान इन श्रद्धालुओं को वापस लाने की मांग उठी तो पंजाब सरकार ने बसें भेजने का फैसला किया. इन बसों के जरिये सिख श्रद्धालु वापस लाये गये. हैरानी की बात ये है कि श्रद्धालुओं को कोरोना का टेस्ट किये बिना ही घर भेज दिया गया. अब यही लोग कोरोना पॉजिटिव निकल रहे हैं.
हालांकि, इस पूरे मसले पर आरोप-प्रत्यारोप भी हो रहे हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने खुले तौर पर महाराष्ट्र सरकार को इसके लिये जिम्मेदार बताया है. हाल ही में आजतक के ई-एजेंडा कार्यक्रम में जब अमरिंदर सिंह से सिख श्रद्धालुओं पर सवाल किया गया तो उन्होंने इसका ठीकरा उद्धव ठाकरे सरकार पर फोड़ा.