आईएएस रानी नागर ने लगाए गंभीर आरोप, 'खाने में डालकर दी जाती थीं लोहे की पिन'

गाजियाबाद हरियाणा सरकार ने आईएएस अधिकारी रानी नागर (IAS Rani Nagar) का इस्तीफा नामंजूर कर दिया है। हालांकि रानी नागर का कहना है कि अगर मेरा इस्तीफा मंजूर नहीं होता है तो मेरा और शोषण होता रहेगा। इस बीच रानी नागर ने ट्वीट कर कई सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। इस्तीफा देने के बाद चंडीगढ़ से लौट कर गाजियाबाद आईं रानी नागर ने ट्वीट कर व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि चंडीगढ़ में रहने के दौरान उनके साथ गलत व्यवहार हुआ। रानी नागर ने लिखा कि चंडीगढ़ में गेस्ट हाउस में कई बार उनके खाने में स्टेपलर पिन मिले। उन्होंने लिखा, 'लॉकडाउन और कर्फ्यू में गेस्ट हाउस को जनता के लिए बंद कर दिया गया लेकिन मुझे और मेरी बहन रीमा नागर को गेस्ट हाउस में ही रखा गया। इस दौरान हमें खाना भी नहीं मिला। हमने बड़ी मुश्किल से तरल पदार्थ गुजारा किया।' 'मेरा इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ तो और शोषण होगा' रानी ने नोएडा और गाजियाबाद के लोगों से अपील की है कि वे उनके इस्तीफे के लिए आग्रह और आंदोलन ना करें। रानी नागर ने कई सारे ट्वीट्स करके अपना पक्ष रखा है। उन्होंने यह भी कहा है, 'इस्तीफा स्वीकार ना होने से मेरा और अधिक शोषण होगा। आगे सरकारी नौकरी कर पाना मेरे लिए संभव नहीं होगा। ज्यादा समय तक मेरा इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ और मेरा एनपीएस फंड मुझे ना मिला तो मेरे भूखे मरने की नौबत आ जाएगी।' रानी नागर पहले भी रही हैं विवादों में रानी नागर इससे पहले 2018 में भी विवादों में आ चुकी हैं। उन्होंने एक आईएएस अधिकारी पर गलत व्यवहार का आरोप लगाया था। इसके बाद कैब ड्राइवर पर भी अभद्रता का आरोप लगाया था। इसके अलावा हरियाणा के सिरसा में तैनाती के दौरान उन्होंने एक ऑटो ड्राइवर से अपनी जान का खतरा बताया था।

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