हमेशा विवादों में रहने वाले पंजाब की गीदड़बहा विधानसभा से विधायक अमरिंदर सिंह राजा वडिंग एक बार फिर सुर्खियों में हैं. रविवार को बठिंडा से श्रमिकों के लिए चलाई गई विशेष ट्रेन के रवाना होने से ठीक पहले राजा वडिंग अपने साथियों के साथ रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए और ट्रेन में बैठे यात्रियों को यह कहकर पर्चे बांटते रहे कि उनकी यात्रा का सारा खर्च कांग्रेस पार्टी, सोनिया गांधी और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उठाया है.
अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने कहा, "जहां पर भी कांग्रेस की सरकारें हैं वहां से अपने राज्यों में लौटने वाले श्रमिकों की यात्रा का खर्च स्थानीय सरकार उठाएगी. जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार नहीं है, वहां पर संगठन के प्रतिनिधि मिलकर उनकी यात्रा का खर्च उठाएंगे और उनको अपने घर भेजेंगे." राजा वडिंग ने ट्रेन रवाना होने से पहले बाकायदा मजदूरों को दी गई सुविधा की जानकारी दी और बताया कि बिहार के मुजफ्फरपुर के लिए रवाना हो रही इस श्रमिक ट्रेन में 1388 श्रमिक अपने घरों को लौट रहे हैं.
राजा बडिंग ने कहा, "इस ट्रेन पर 7.2 लाख रुपए का खर्च आया है जिसे पंजाब सरकार ने वहन किया है. ट्रेन में बैठे हर मजदूर को खाना, स्नैक्स और पानी की बोतल दी गई है और प्रति मजदूर लगभग 600 रुपये का खर्च आया है. दूसरी ओर, मुस्लिम समुदाय के लोगों को घर भेजने के लिए मंगवाई गई ट्रेनों के खर्च को लेकर केंद्र सरकार और पंजाब सरकार के बीच ठन गई है. पंजाब सरकार के एक सीनियर आईएएस अफसर ने कहा है कि रेलवे ने वादे के मुताबिक 85 फीसदी किराया माफ नहीं किया, इसलिए पंजाब सरकार सारा खर्च वहन कर रही है.