क्या होता है कम्युनिटी स्प्रेड? अगर केंद्र ने माना तो क्या फिर बदलेंगे लॉकडाउन के नियम

नई दिल्ली, 09 जून 2020,देश की राजधानी दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ते कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच एक बयान ने हलचल तेज़ कर दी है. मंगलवार को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने ऐलान किया कि दिल्ली में अब कम्युनिटी स्प्रेड जैसी स्थिति है, इस बात को एम्स के डायरेक्टर ने मान लिया है. लेकिन केंद्र सरकार इसका ऐलान करेगी. अब इस बयान के बाद कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं, क्या दिल्ली में कोरोना की स्थिति बेकाबू हो गई है. और ये कम्युनिटी स्प्रेड क्या है, क्योंकि अगर स्थिति बिगड़ी तो एक बार फिर लॉकडाउन जैसी स्थिति सामने आ सकती है. क्या होता है कम्युनिटी स्प्रेड? - किसी भी बीमारी या महामारी का कम्युनिटी स्प्रेड यानी कम्युनिटी ट्रांसमिशन तब होता है, जब किसी संक्रमित व्यक्ति के सोर्स का कोई आधार ना हो. - यानी आप किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में नहीं आए हैं जिसे कोरोना वायरस था, लेकिन इसके बावजूद आप भी इससे पीड़ित हो गए हैं. - जब किसी इलाके में अधिक संख्या में मामले आ जाएं और लगातार ये संख्या फैलती जाए तो उसे कम्युनिटी ट्रांसमिशन कह सकते हैं. - उदाहरण के तौर पर अभी आधिकारिक तौर पर अमेरिका में कोरोना वायरस का कम्युनिटी स्प्रेड है, क्योंकि वहां बीस लाख से अधिक मामले आ चुके हैं जिसमें से अधिकतर में कोई लक्षण ही नहीं है. - ऐसे मामले में किसी व्यक्ति को पता भी नहीं चलता है कि वो कोरोना वायरस से पीड़ित हो गया है, लेकिन टेस्टिंग सच उजागर करती है. - विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, ये कोरोना वायरस की तीसरी स्टेज है. यानी पहली स्टेज जब कोई संक्रमित व्यक्ति आपके क्षेत्र में आता है. दूसरी स्टेज उस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए लोग कोरोना वायरस से पीड़ित हो जाएं. और तीसरी स्टेज तब जब किसी भी सोर्स के बिना कोई भी व्यक्ति संक्रमित हो जाए. मंगलवार को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने माना है कि दिल्ली में ऐसे कई मामले हैं, जिनका कोई सोर्स नहीं है यानी वो कोरोना पीड़ित कैसे हुए ये पता ही नहीं चल रहा है. ऐसे में दिल्ली में कम्युनिटी स्प्रेड का डर बताया जा रहा है. क्या फिर लौटेगी लॉकडाउन की सख्ती? दिल्ली सरकार का कहना है कि कम्युनिटी स्प्रेड पर फैसला केंद्र सरकार ही कर सकती है. लेकिन अगर केंद्र ऐसा ऐलान करती है तो क्या होगा. एक्सपर्ट्स का कहना है फिर एक बार फिर सख्ती से लॉकडाउन लगाना होगा, क्योंकि आप इसे अधिक फैलाना नहीं चाहेंगे. ऐसी स्थिति में तेजी से दोगुनी या उससे भी अधिक संख्या में टेस्टिंग को बढ़ाना होगा, ताकि कोरोना संक्रमित व्यक्ति की पहचान की जा सके और तुरंत इलाज किया जाए. दिल्ली के स्वास्थ्य सिस्टम को लेकर जैसे सवाल खड़े हो रहे हैं, ऐसे में इस तरह की स्थिति दिल्ली के लिए भयावह हो सकती है.

Top News