महाराष्ट्र सरकार पर पसोपेश: शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस नेताओं में ताबड़तोड़ बैठक, उद्धव ने सोनिया से की बात
नई दिल्ली/मुंबई
महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर आखिरी दौर की जद्दोजहद जारी है। जहां एक तरफ मुंबई में एनसीपी और शिवसेना की ताबड़तोड़ बैठकें चल रही हैं। वहीं दिल्ली में कांग्रेस ने भी वर्किंग कमिटी की बैठक के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं की बैठक चल रही है। इस बीच खबर है कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठकारे ने सोनिया गांधी से फोन पर बात कर सरकार बनाने के लिए समर्थन मांगा है, जबकि सोनिया ने विधायकों से बात कर फैसला लेने की बात कही है। बता दें कि शिवसेना को सरकार बनानी है तो बहुत जल्द इस संबंध में फैसला लेना होगा। राज्यपाल ने सरकार बनाने का दावा करने के लिए शिवसेना को आज शाम 7:30 तक का समय दिया है।
कांग्रेस की बैठक आ सकती है बड़ी खबर
कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी सीनियर नेताओं के साथ बैठक कर रही हैं। बैठक में पार्टी के सीनियर नेता एके एंटनी, अहमद पटेल, मल्लिकार्जुन खड़गे, सुशील शिंदे समेत कई अन्य नेता मौजूद हैं। इस बैठक के बाद यह तय हो जाएगा कि कांग्रेस महाराष्ट्र में शिवसेना का समर्थन करेगी या नहीं।
उद्धव-सोनिया की बातचीत
टीवी रिपोर्ट्स की मानें तो शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी से फोन पर बात की है। यह भी खबर है कि ठाकरे ने सोनिया गांधी से महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए समर्थन मांगा है। वहीं सोनिया गांधी ने विधायकों से बात कर अपना फैसला लेने की बात कही है।
पदों को लेकर यह है चर्चा
चर्चा है कि यदि तीनों पार्टियों के बीच साथ चलने को लेकर सहमति बनती है तो अगली चर्चा सरकार के स्वरूप को लेकर होगी। खबर है कि सरकार में चार महत्वपूर्ण पद हैं, इसमें सीएम, डेप्युटी सीएम, विधानसभा स्पीकर और गृहमंत्री का पद शामिल है। सूत्रों का कहना है कि शिवसेना पांच साल के लिए सीएम पद संभालेगी, एनसीपी डेप्युटी सीएम पद लेगी, वहीं कांग्रेस विधानसभा स्पीकर का पद ले सकती है।
कांग्रेस विधायक शिवसेना के साथ
सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी से बातचीत में सभी 44 विधायकों ने शिवसेना को समर्थन देने की वकालत की है। इन विधायकों ने कहा है कि यदि राज्य में स्थायी सरकार बनानी है तो बाहर से समर्थन देने की जगह सरकार में शामिल होना जरूरी है।
जल्द लेना होगा फैसला
शिवसेना को सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राज्यपाल ने आज शाम 7:30 तक का समय दिया है। यदि इस समय तक शिवसेना की तरफ से कोई फैसला नहीं होता है तो इसकी पूरी संभावना है कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगे। ऐसे में कांग्रेस पार्टी को यह फैसला जल्द लेना होगा कि वह शिवसेना का समर्थन करना चाहती है या नहीं।