नई दिल्ली, 16 मई 2019, पश्चिम बंगाल में अमित शाह के रोड शो पर हमले और चुनावी हिंसा को लेकर शिवसेना ने सूबे की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ममता बनर्जी पर जबरदस्त प्रहार किया है. पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा के लिए ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराते हुए शिवसेना ने उनको कड़ी नसीहत भी दी है. केंद्र और महाराष्ट्र सरकार में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने ममता बनर्जी को घेरते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में हिंसा के लिए आखिरकार कौन जिम्मेदार है?
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार ने भरतीय जनता पार्टी के नेताओं के हेलिकॉप्टर को उतरने से रोका, तो संघर्ष शुरू हो गया. शिवसेना ने पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान हुई हिंसा की भी निंदा की. इसके बाद अमित शाह को अपना रोड शो बीच में ही रोकना पड़ा था.
शिवसेना ने सामना के संपादकीय में लिखा कि ममता बनर्जी जल्दी गुस्सा हो जाती हैं, लेकिन एक राजनेता को दिमाग ठंडा और जुबानी मीठी रखनी चाहिए. शिवसेना ने कोलकाता में रोड शो के दौरान अमित शाह पर हुए हमले की भी कड़ी निंदा की गई. शिवसेना ने सामना में कहा कि ममता बनर्जी की सरकार लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई थी. लिहाजा उनकी जीत या हार का फैसला भी लोकतांत्रिक तरीके से होना चाहिए. वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के लिए बाधा पैदा करके चुनाव नहीं जीतेंगी.
शिवसेना ने सामना के संपादकीय में लिखा कि अमित शाह को इजाजत नहीं देने के फैसले का बचाव करते हुए ममता बनर्जी ने दलील दी थी कि अमित शाह भगवान नहीं हैं, जो उनको रोका नहीं जा सकता है. इस पर तंज कसते शिवसेना ने कहा कि अमित शाह भगवान नहीं हैं, लेकिन ममता बनर्जी भी साध्वी नहीं हैं. बंगाल ने वाम मोर्चे के शासन में हिंसा देखने को मिली थी और अब वैसी ही हिंसा ममता बनर्जी सरकार में देखने को मिल रही है. इसके चलते सूबे में कानून और व्यवस्था तहस नहस हो गई है. शिवसेना का मानना है कि पश्चिम बंगाल सीमावर्ती राज्य होने के चलते बेहद संवेदनशील है. यहां पर हिंसा और अशांति बेहद चिंताजनक है.
शिवसेना ने हिंदू और मुसलमानों के बीच पैदा हुए तनाव और बांग्लादेशी घुसपैठियों को लेकर भी ममता सरकार पर जमकर बरसी. पार्टी ने सामना के संपादकीय में कहा कि पश्चिम बंगाल में हिंदू और मुस्लिमों के बीच तनाव है. तृणमूल कांग्रेस सरकार ने ही बांग्लादेशी घुसपैठियों को वोट देने का अधिकार दिया. ममता बनर्जी 'जय श्री राम' के नारे का विरोध कर रही हैं और कह रही हैं कि हम 'जय हिंद' और 'वंदे मातरम्' कहेंगे. शिवसेना ने सवाल किया कि क्या पश्चिम बंगाल के मुसलमान वंदे मातरम कहेंगे? शिवसेना ने कहा कि पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा के चलते ममता बनर्जी की छवि को भी नुकसान पहुंचा है.
आपको बता दें कि शिवसेना अपने मुखपत्र सामना के जरिए हमेशा राजनीतिक दलों को निशाने पर लेती रहती है. शिवसेना महाराष्ट्र और केंद्र में भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर सरकार चला रही है, हालांकि कई बार वह बीजेपी को भी निशाने पर ले चुकी है. शिवसेना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भी कई बार कठघरे में खड़ा कर चुकी है.