एससी/एसटी मतदाताओं में बीजेपी ने बढ़ाया जनाधार, अतिरिक्‍त सीटों में से आधी रिजर्व कैटिगरी की

नई दिल्‍ली लोकसभा चुनाव 2014 की तुलना में इस साल हुए लोकसभा चुनावों में बीजेपी की लोकसभा सीटें 282 से बढ़कर 303 हो गई हैं। दिलचस्‍प बात यह है कि बढ़ी हुई इन 21 सीटों में से लगभग आधी (10) सुरक्षित सीटें (एससी/एसटी) हैं। इससे पता चलता है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का जनाधार दलितों और आदिवासियों के बीच बढ़ा है। सुरक्षित सीटों के विश्‍लेषण से पता चलता है कि इन चुनावों में बीजेपी ने 131 सुरक्षित सीटों में से 77 पर जीत हासिल की है, 2014 में यह आंकड़ा 67 था। यह इस लिहाज से अहम है क्‍योंकि ये नतीजे उस आम धारणा के विपरीत हैं जिसके अनुसार माना जाता है कि बीजेपी और दलितों व आदिवासियों के बीच बनती नहीं है। असलियत यह है कि इस बार एससी और एसटी सीटों पर बीजेपी के उम्‍मीदवारों की संख्‍या बढ़ी है वहीं कांग्रेस ने इन क्षेत्रों में अपनी तीन सीटें खोई हैं। कांग्रेस का जनाधार घटा हालांकि पिछले लोकसभा चुनावों की तुलना में कांग्रेस की सीटों में मामूली सुधार हुआ है, वे 44 से 52 हुई हैं लेकिन उसे इस बार महज 9 सुरक्षित सीटों पर कामयाबी मिली, जबकि 2014 में वह 12 ऐसी सीटों पर विजयी हुई थी। बीएसपी को भी हुआ नुकसान 2014 के चुनावों से पहले उत्‍तर प्रदेश की 17 एससी सीटों में से अधिकतर मायावती की अगुआई वाली बीएसपी के खाते में जाती थीं। लेकिन उन्‍हें इस बार महज 2 सीटें मिली हैं। दलित विचारधारा आधारित यह पार्टी दूसरे प्रदेशों की सुरक्षित सीटों पर तो अपना खाता तक नहीं खोल पाई। जहां तक कुल 84 एससी सीटों की बात है, इस बार बीजेपी को पिछली बार की 40 सीटों की तुलना में 46 सीटें मिली हैं। इनमें यूपी से (14), पश्चिम बंगाल से (5), कर्नाटक से (5), मध्‍य प्रदेश से (4) और राजस्‍थान से (4) सीटें मिली हैं। बीजेपी की सीटों में हुई बढ़त इसी तरह बीजेपी की अनुसूचित जनजाति या एसटी सीटों में भी 2014 की तुलना में बढ़ोतरी हुई है। इस साल उसे पिछले चुनावों की 27 सीटों के मुकाबले 31 सीटें हासिल हुई हैं। बीजेपी के बाद दूसरा नंबर कांग्रेस का है लेकिन उसकी सीटें बीजेपी की तुलना में काफी कम हैं। कुछ राज्‍यों में बीजेपी ने सभी सुरक्षित सीटें अपने नाम कर ली हैं। इनमें मध्‍य प्रदेश, कर्नाटक, राजस्‍थान और गुजरात शामिल हैं। वाईएसआर कांग्रेस ने भी आंध्र प्रदेश में सभी 4 एससी सीट और इकलौती एसटी सीट पर विजय दर्ज की। देश में 84 सीटें एससी और 47 एसटी के लिए रिजर्व देश के 27 राज्‍यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एससी/एसटी की जनसंख्‍या के आधार पर इनके लिए सीटें रिजर्व या सुरक्षित होती हैं। इन सीटों पर केवल रिजर्व कैटिगरी के ही उम्‍मीदवार चुनाव लड़ सकते हैं, जबकि वोट देने का अधिकार सभी वर्ग के मतदाताओं को होता है। हालांकि, एससी/एसटी कैंडिडेट देश में किसी भी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। 2008 के परिसीमन आयोग के मुताबिक इस समय देश में 412 सीटें सामान्‍य, 84 एससी और 47 एसटी के लिए रिजर्व हैं।

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