कांग्रेस में प्रवक्ता बनाम प्रवक्ता, अंदरूनी झगड़ा आया सबके सामने

नई दिल्ली कांग्रेस में इस समय प्रवक्ता बनाम प्रवक्ता वाला सीन हो गया है। पिछले दिन संजय झा ने कांग्रेस के ही मनीष तिवारी के साथ मिलकर एक कॉलम लिखा था। उस पर अजय माकन ने कहा कि संजय झा को अपनी परेशानियों को ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के कंसल्टेटिव ग्रुप के उस सदस्य के साथ साझा करना चाहिए, जिसके साथ मिलकर उन्होंने पेपर में एक कॉलम लिखा था। उनका सीधा इशारा मनीष तिवारी की ओर था, जिनके साथ संजय झा ने कॉलम लिखा था। इस पर मनीष तिवारी ने अजय माकन पर हमला बोला है। मनीष तिवारी ने कहा है कि अजय माकन के लिए संजय झा ने अपना प्रमोशन छोड़ दिया। उन्होंने ये भी कहा कि जब 2014 में प्रवक्ता के पद के लिए चेहरा चुना जा रहा था तो उनका खुद का अनुभव किसी ने नहीं देखा। साथ ही कहा कि अगर उन्होंने संजय झा के साथ मिलकर कोई कॉलम लिखा है तो इसका ये मतलब बिल्कुल नहीं है कि वह संजय झा के निजी विचारों से भी सहमत हैं। मनमोहन सिंह और राहुल भी हैं कंसल्टेटिव ग्रुप में झा की टिप्पणी पर कांग्रेस प्रवक्ता अजय माकन ने रविवार को हाल ही में बने कंसल्टेटिव ग्रुप की बात की, जिसमें पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी हैं। उन्होंने कहा था कि किसी झगड़े को सुलझाने के लिए और सलाह के लिए उस पैनल के पास जाएं। 'सूचना और प्रसारण मंत्री होने के बावजूद कम आंका' अजय माकन की टिप्पणी की बेहद घटिया मानते हुए तिवारी ने कहा कि संजय झा कांग्रेस के लिए टीवी पर 2011 के अन्ना आंदोलन के वक्त से ही बोल रहे हैं। उन्हें आधिकारिक रूप से मीडिया प्लेटफॉर्म जनवरी 2014 में दिया गया, जब अजय माकन ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन थे। मार्च 2015 में उन्हें राष्ट्रीय प्रवक्ता बना दिया गया, जब मुझे सिर्फ एक मीडिया पैनलिस्ट बनाया गया, बजाय इसके कि मैं 2014 तक सूचना और प्रसारण मंत्री था। तिवारी ने कहा कि कम्युनिकेशन विभाग के अगले चेयरमैन ने संजय झा को प्रमोट किया और अगर मैंने उनके साथ मोदी सरकार की आलोचना वाले एक-दो पीस लिखे हैं तो इसके लिए मेरी निंदा करना सही नहीं है। उनके साथ लिखने का ये मतलब बिल्कुल नहीं है कि मैं उनके निजी विचारों से सहमत हूं। बता दें कि कम्युनिकेश विभाग के मौजूदा चेयरमैन रणदीप सुरजेवाला हैं, जिन्हें इस पद पर 2015 में नियुक्त किया गया था।

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