अमेठी, 03 जून 2019, अमेठी सीट से स्मृति ईरानी के हाथों राहुल गांधी की हार के बाद कांग्रेस और सपा-बसपा के बीच तल्खी बढ़ती जा रही है. कांग्रेस के अपने आंतरिक समीक्षा रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेठी में राहुल गांधी के चुनाव में सपा और बीएसपी ने अपेक्षित सहयोग नहीं किया. उल्टे सपा-बसपा के लोग बीजेपी को मदद करते नजर आए.
सूत्रों के मुताबिक, ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के दो सचिव केएल शर्मा और जुबेर खान हार की वजह जानने के लिए अमेठी पहुंचे थे. इन दोनों ने अपनी आंतरिक रिपोर्ट में खुलासा किया है सपा और बसपा का न तो सहयोग मिला और ना ही उनका वोट ट्रांसफर हो पाया. उल्टे सपा के कई नेता या तो स्मृति ईरानी के साथ दिखे या फिर चुपचाप घर बैठ गए.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है सपा में पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के बेटे अनिल प्रजापति स्मृति ईरानी का प्रचार करते देखे गए, जबकि रिपोर्ट में गौरीगंज के समाजवादी पार्टी के विधायक पर भी राहुल को मदद नहीं करने का आरोप लगाया है. इन कारणों में यह भी बताया गया है कि कांग्रेस के चुनाव प्रचार में न तो सपा और बसपा के नेता दिखे, न उन्होंने कहीं साझा प्रचार किया, ना ही कहीं मंच पर दिखाई दिए.
स्थानीय नेताओं के मुताबिक, यह मामला सिर्फ असहयोग का नहीं रहा बल्कि सपा और बसपा के वोट बीजेपी को चले गए. इस खुलास के बाद भी कांग्रेस खुलकर यह बोलना नहीं चाहती क्योंकि वह यह नहीं जताना चाहती कि राहुल गांधी सपा और बसपा के समर्थन के बगैर जीत नहीं सकते. बहरहाल राहुल गांधी की हार के बाद कांग्रेस के नेता मायूस हैं और गुस्से में भी हैं. लेकिन फिलहाल चुप हैं.
कौन हैं केएल शर्मा और जुबेर खान
केएल शर्मा एआईसीसी में सचिव है और रायबरेली में सोनिया गांधी के कार्यालय प्रतिनिधि के तौर पर काम देखते हैं. जबकि जुबेर खान राजस्थान के अलवर से विधायक रहे हैं. इन्हीं दोनों ने तीन दिनों तक अमेठी में बैठकर हार के कारणों की समीक्षा की है.