मुंबई
जम्मू-कश्मीर में बढ़ी हलचल के बीच सप्ताह के पहले कारोबारी दिन ही शेयर बाजार बड़ी गिरावट के साथ खुला। 30 शेयरों बीएससई का सेंसेक्स 276 अंक टूटकर 36,842 पर खुला वहीं 50 शेयरों वाला निफ्टी भी 101 नीचे आकर 10,895 पर खुला। जम्मू-कश्मीर में चल रही हलचल पर कैबिनेट की बैठक को लेकर शेयर बाजार का मिजाज भी नेगेटिव दिखाई दे रहा है। शुरुआती कारोबार में ही बिकवाली ने जोर पकड़ना शुरू कर दिया। उधर, चीनी करेंसी युआन भी 11 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया और अन्य एशियाई बाजारों में भी बिकवाली का जोर देखने को मिला।
इन कारणों के अलावा बीते सप्ताह की गिरावट का असर अब भी देखने को मिल रहा है। पिछले सप्ताह शेयर बाजार का मार्केट कैप भी छह महीने में पहली बार 2 लाख करोड़ डॉलर के नीचे पहुंच गया। फेड रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती, ऑटोमोबाइल सेक्टर की खराब हालत और ट्रेड वॉर के चलते भी मार्केट संकट से गुजर रहा है। सुबह 9:40 तक सेंसेक्स 557 अंक तक ढहकर 36,561.21 पर आ गया। इस समय केवल तीन शेयर ही हरे निशान में दिख रहे थे। वहीं निफ्टी भी 170 अंक तक गिर गया। निफ्टी के भी तीन ही शेयर फायदे में दिखाई दिए। बीएसई में केवल HDFC ही हरे निशान पर दिखा।
सेंसेक्स का टीसीएस (1.63 फीसदी), INFY (1.02%), एचडीएफसी (0.09 फीसदी) के फायदे में थे। एशियन पेंट्स शुरुआती कारोबार के दौरान हरे निशान के साथ खुला लेकिन बाद में नीचे चला गया। थोड़ी देर में भारती एयरटेल में भी मामूली वृद्धि देखी गई।
निफ्टी के 50 शेयरों में भी टेक कंपनियों के शेयर ही फायदे में दिखे। यहां टीसीएस (0.88 फीसदी), इन्फी (0.49 फीसदी) और एचसीएल टेक (0.46 फीसदी) के फायदे में रहे। बता दें कि देश के शेयर बाजार का मार्केट कैप छह महीने में पहली बार 2 लाख करोड़ डॉलर के नीचे आ गया है। जुलाई में बाजार में शुरू हुई बिकवाली से पिछले महीने निवेशकों की संपत्ति में 8.8 पर्सेंट की कमी हुई।
देश में लिस्टेड सभी स्टॉक्स की कुल वैल्यू पिछले शुक्रवार को घटकर 1.97 लाख करोड़ डॉलर रह गई थी। इसके साथ अब भारतीय शेयर बाजार की वैल्यू यूरोप की सबसे बड़ी इकनॉमी जर्मनी से कम हो गई है। बजट में अमीरों पर सरचार्ज बढ़ाए जाने और इकनॉमिक ग्रोथ घटने की वजह से विदेशी निवेशक भारत से पैसा निकाल रहे हैं।