हनुमानगढ़


हनुमानगढ़, 16 मई। लोकसभा चुनाव 2024 अंतर्गत निर्वाचन कार्यों तथा स्वीप गतिविधियों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कार्मिकों तथा विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को जिला स्तरीय सम्मान समारोह में सम्मानित किया गया। कलेक्ट्रेट परिसर के भू अभिलेखागार में गुरुवार को जिला स्तरीय सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह की अध्यक्षता कर रहे जिला कलेक्टर श्री काना राम ने कहा कि लोकसभा चुनाव में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कुछेक ही कार्मिकों को हम सम्मानित कर पाए है, टीम वर्क से ही लोकसभा चुनाव में मतदान जैसा महत्वपूर्ण कार्य संपन्न हुआ है। जिनको सम्मानित नहीं कर पाए उनको हतोत्साहित होने की आवश्यकता नहीं है, उन्होंने चुनाव में कार्यरत सभी संस्थाओं और कार्मिकों का आभार प्रकट किया। जिला कलेक्टर ने कहा कि सतरंगी सप्ताह में सभी उपखंडों ने मेहनत की तथा बहुत अच्छा कार्य किया। व्यापारिक संस्थाओं द्वारा डिस्काउंट देने की पहल राज्य स्तर पर सराही गई तथा इसका अनुसरण दूसरे जिलों द्वारा भी किया गया। सम्मान समारोह में बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रतिनिधि श्री प्रथम भल्ला ने जिला कलेक्टर को वोट पाती में कीर्तिमान स्थापित करने के लिए वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र सौंपा । चित्रकला प्रतियोगिता में नोहर की मंजू सुथार, संगरिया की मनीषा, भादरा की दृष्टि कसाना, प्रियंका भाटी, निबंध प्रतियोगिता में संगरिया की गजल, संगरिया के महेंद्र, भादरा की गंगा, संगरिया के युवराज, पोस्टर एवं एनीमेशन प्रतियोगिता में हनुमानगढ़ के राहुल बिश्नोई, नोहर के मनीष पूनिया, हनुमानगढ़ के राजेश बेनीवाल, सोशल मीडिया क्विज प्रतियोगिता में नोहर के योगेश राव, भादरा के कृष्ण गांधी तथा नोहर के सुनील वर्मा को सम्मानित किया गया। वोट पाती प्रतियोगिता की सब जूनियर श्रेणी में भवानी सिंह, प्रतिष्ठा, रवीना, जूनियर श्रेणी में अंजू, सिमरन, प्रतिभा तथा पूजा, सीनियर श्रेणी में शर्मिला, अक्षिता, प्रवीण कुमार को सम्मानित किया गया। 19 अप्रैल को आयोजित हुई सेल्फी विद इंक प्रतियोगिता में भादरा के गुलशन सोनी को सम्मानित किया गया। निर्वाचन कार्यों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 4 जिला स्तरीय अधिकारी, विभागीय कन्वर्जेंस हेतु 9 कार्मिकों, बैंकों के प्रतिनिधि और समाचार पत्रों के प्रतिनिधि, बीएलओ स्तर पर सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले 5 बीएलओ, लोकसभा चुनाव में गठित प्रकोष्ठों में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले 38 अधिकारियों तथा कार्मिकों, 27 व्यवसायिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों को प्रशस्ति पत्र और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह में एडीएम श्री उम्मेदी लाल मीणा, जिला परिषद सीईओ सुश्री सुनीता चौधरी सहित एसडीएम स्वाति गुप्ता, एसीईओ श्री सुनील छाबड़ा, नगरपरिषद आयुक्त श्री सुरेंद्र कुमार यादव, सीडीईओ शक्ति रानी, डेयरी एमडी श्री अग्रसेन सहारण सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
जिले की सभी कैनालों की सफाई के लिए अभियान चलाने के निर्देश
बड़े होटल, ढाबों एवं रेस्टोरेंट का निरीक्षण एवं खाद्य नमूनीकरण का विशेष अभियान शुरु
सिडबी जगा रहा है महिलाओं में आत्मनिर्भरता की अलख
अप्रैल में संग्रहित सैम्पलों की मिली रिपोर्ट, 12 सैम्पल अमानक, 9 सब स्टैण्डर्ड एवं 3 अनसेफ

hot news


बॉलीवुड के बीते जमाने के स्टार जीतेंद्र आज 82 साल के हो गए। तकरीबन चार दशक लंबे करियर में जीतेंद्र ने 'तोहफा', 'हिम्मतवाला', 'कारवां', 'परिचय', 'मवाली' समेत कई हिट फिल्मों में काम किया है। अपने अनोखे डांसिंग स्टाइल की वजह से लोग उन्हें जंपिंग जैक बुलाते थे। जीतेंद्र ने करीब 121 हिट फिल्में दीं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें कभी बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड नहीं मिला। कभी 8 साल में 60 फिल्मों में काम करने वाले जीतेंद्र तकरीबन 23 साल पहले एक्टिंग छोड़ चुके हैं। 2001 में उन्हें फिल्म ‘कुछ तो है’ में देखा गया था। इसके बाद वो कुछ टीवी सीरियलों और वेब सीरीज में चंद मिनट के लिए ही नजर आए हैं। एक इंटरव्यू में जीतेंद्र ने तो ये तक कहा था कि उन्हें याद ही नहीं है कि वे कभी एक्टर थे। वैसे, एक्टिंग के अलावा जीतेंद्र ने प्रोडक्शन हाउस से भी मोटी कमाई की, लेकिन फिल्में प्रोड्यूस करते हुए जीतेंद्र दो बार दिवालिया भी हो गए थे। जीतेंद्र ने तब भी हार नहीं मानी और आज उनकी संपत्ति 1512 करोड़ रुपए है। जन्मदिन के मौके पर जानते हैं जीतेंद्र की लाइफ के कुछ दिलचस्प किस्से… राजेश खन्ना थे जीतेंद्र के क्लासमेट जीतेंद्र का जन्म 7 अप्रैल 1942 को अमृतसर (पंजाब) में हुआ था। उनका असली नाम रवि कपूर है। जीतेंद्र के पिता अमरनाथ फिल्म इंडस्ट्री में नकली ज्वेलरी सप्लाई करने का काम करते थे, इसलिए पूरी फैमिली अमृतसर से मुंबई आकर बस गई थी। जीतेंद्र की शुरुआती पढ़ाई सेंट सेबेस्टियन गोअन हाई स्कूल, मुंबई में हुई थी। इसी स्कूल में उनके साथ राजेश खन्ना भी पढ़ते थे और दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे। जीतेंद्र ने आगे की पढ़ाई मुंबई के सिद्धार्थ कॉलेज से पूरी की। ज्वेलरी सप्लाई करते-करते बने बॉडी डबल जीतेंद्र जब बड़े हुए तो अपने पिता के बिजनेस में हाथ बंटाने लगे। इसी सिलसिले में एक दिन वे फिल्ममेकर वी शांताराम से मिले। फिर अक्सर ज्वेलरी सप्लाई के सिलसिले में जीतेंद्र का शांताराम की फिल्म कंपनी में आना-जाना लगा रहता था। इसी दौरान उनके मन में हीरो बनने की इच्छा जाग गई। उन्होंने वी शांताराम से किसी फिल्म की शूटिंग देखने की इच्छा जताई। शांताराम ने कहा-सिर्फ शूटिंग देखने से काम नहीं चलेगा। काम करोगे? जीतेंद्र ने तुरंत हामी भर दी। फिल्म 'नवरंग' की शूटिंग के दौरान जीतेंद्र को छोटे-मोटे काम मिल जाया करते थे। लेकिन एक दिन ऐसा आया जब जीतेंद्र की किस्मत चमक गई। ये किस्सा उन्होंने खुद 'द कपिल शर्मा शो' के दौरान सुनाया था। जब कपिल शर्मा ने उनसे पूछा था कि क्या आप स्ट्रगल के दिनों में हीरोइन के बॉडी डबल बने थे? इस पर जीतेंद्र ने कहा था, हां, मैं फिल्म 'सेहरा' की शूटिंग के दौरान जूनियर आर्टिस्ट था। मुझे शांताराम जी की चमचागिरी करनी पड़ती थी, मैं उस वक्त कुछ भी करने को तैयार था। तो एक दिन बीकानेर में शूटिंग के वक्त हीरोइन संध्या जी की कोई बॉडी डबल नहीं मिल रही थी। शांताराम जी ने मुझे संध्या जी का बॉडी डबल बना दिया और इस तरह मेरी फिल्मों में एंट्री हुई। पहली फिल्म की फीस थी 100 रु. शुरुआत में जीतेंद्र को काम तो मिला लेकिन छह महीने तक कोई फीस नहीं मिली। उनसे वी. शांताराम ने वादा किया था कि जूनियर आर्टिस्ट के तौर पर उन्हें हर महीने 105 रु. दिए जाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। फिर जब वी.शांताराम ने जीतेंद्र को 1964 में फिल्म 'गीत गाया पत्थरों ने' से ब्रेक दिया और तब अपनी पहली फिल्म की फीस के तौर पर जीतेंद्र को 100 रु. मिले। 'गीत गाया पत्थरों ने' से जीतेंद्र को ब्रेक तो मिला, लेकिन फिल्म फ्लॉप रही। ऐसे में जीतेंद्र को फिर छोटे-मोटे रोल करके गुजारा करना पड़ा। हालांकि, उनके मन में अब भी सोलो लीडिंग स्टार बनने की तमन्ना थी। 1967 में रिलीज हुई ‘फर्ज’ जीतेंद्र के करियर की पहली हिट फिल्म साबित हुई, लेकिन बतौर लीड स्टार फिल्म इंडस्ट्री में जमना उनके लिए आसान नहीं था। सोलो लीड हीरो बनाने से पहले डायरेक्टर ने रखी जीतेंद्र के सामने शर्त एक बार फिल्ममेकर सुबोध मुखर्जी ने जीतेंद्र से कहा कि वो उन्हें लेकर एक सोलो हीरो फिल्म बनाना चाहते हैं। जीतेंद्र खुश हो गए, लेकिन तभी सुबोध ने एक शर्त रखी। उन्होंने कहा- मैं फिल्म तभी बनाऊंगा, जब हेमा मालिनी इस फिल्म में काम करेंगी। दरअसल, उस दौर में हेमा मालिनी का स्टारडम किसी मेल सुपरस्टार से कम नहीं था। हेमा जिस फिल्म में होती थीं, उसके सफल होने की गारंटी 100% रहती थी। जीतेंद्र भी ये बात भांप गए कि अगर हेमा उनकी हीरोइन बन जाएं तो उनकी भी नैया पार लग जाएगी और वो भी बतौर हीरो स्थापित हो जाएंगे। मगर ये इतना आसान नहीं था। उस समय हेमा के करियर के फैसले उनकी मां जया चक्रवर्ती लेती थीं। जब जीतेंद्र ने उन्हें फिल्म के बारे में बताया तो उन्होंने मना कर दिया। जीतेंद्र उनके पीछे पड़ गए और कहा-आपकी बेटी अगर मेरे साथ फिल्म कर लेगी तो मेरा करियर बन जाएगा। आखिरकार जया मान गईं। जीतेंद्र ने ये बात सुबोध मुखर्जी को बताई और उन्होंने झट से हेमा को फिल्म में साइन कर लिया। हेमा को साइन करके डायरेक्टर ने जीतेंद्र को किया फिल्म से बाहर आगे मामले में ट्विस्ट तब आया जब सुबोध मुखर्जी ने फिल्म में जीतेंद्र के बजाए शशि कपूर को हीरो के तौर पर साइन कर लिया। ये बात जानकर जीतेंद्र के पैरों तले जमीन खिसक गई, जब उन्होंने सुबोध से इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, 'फिल्म के प्रोड्यूसर और फाइनेंसर ने कहा है कि जब हीरोइन हेमा मालिनी है तो हीरो भी बड़ा कास्ट करो, जीतेंद्र को लेने की क्या जरूरत। इसलिए मैंने शशि कपूर के साथ फिल्म अनाउंस कर दी।' जीतेंद्र ने जब सुबोध से कहा कि हेमा मेरी वजह से फिल्म में आई हैं तो उन्होंने दो टूक कह दिया कि हम यहां बिजनेस करने बैठे हैं। जीतेंद्र इस बात से मायूस हो गए लेकिन इसी दौरान एल.वी प्रसाद ने उन्हें फिल्म 'जीने की राह' का ऑफर दिया। ये फिल्म सुपरहिट हो गई और जीतेंद्र चमक गए जबकि हेमा और शशि कपूर स्टारर फिल्म 'अभिनेत्री' बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप साबित हुई। हेमा की मां जीतेंद्र से करवाना चाहती थीं बेटी की शादी जब जीतेंद्र बड़े स्टार बन गए तो हेमा की मां जया चक्रवर्ती को वे अपनी बेटी के लिए परफेक्ट लगे। जया, हेमा की उनसे शादी करवाना चाहती थीं। दरअसल, तब हेमा का अफेयर धर्मेंद्र से चल रहा था और संजीव कुमार भी हेमा से शादी का प्रस्ताव उनके घरवालों के सामने रख चुके थे। हेमा की मां को न संजीव कुमार पसंद थे और न ही धर्मेंद्र। वे नहीं चाहती थीं कि हेमा की इन दोनों में से किसी स्टार से शादी हो जबकि जीतेंद्र उन्हें बेटी के लिए पसंद थे। जया चक्रवर्ती ने बेटी हेमा की शादी जीतेंद्र से फिक्स कर दी थी और चेन्नई में दोनों सात फेरे भी लेने वाले थे। तभी धर्मेंद्र शादी के मंडप में जीतेंद्र की गर्लफ्रेंड शोभा को लेकर पहुंच गए और हेमा से उनकी शादी तुड़वा दी थी। इसके कुछ साल बाद जीतेंद्र ने 1974 में गर्लफ्रेंड शोभा से लव मैरिज कर ली थी। श्रीदेवी के साथ हर फिल्म में काम करना चाहते थे जीतेंद्र 1983 में जीतेंद्र ने फिल्म 'हिम्मतवाला' में श्रीदेवी के साथ पहली बार काम किया था। दोनों की जोड़ी को काफी पसंद किया गया। यही वजह है कि एक दौर ऐसा आया जब जीतेंद्र हर फिल्म में केवल श्रीदेवी के साथ ही काम करना चाहते थे। शक्ति कपूर ने एक इंटरव्यू में कहा था, 'जीतेंद्र को 'हिम्मतवाला' में श्रीदेवी का काम इतना पसंद आया था कि उन्होंने डायरेक्टर राघवेंद्र से कहा कि वे अपनी सभी फिल्मों में उनके अपोजिट केवल श्रीदेवी को बतौर हीरोइन साइन करें।' यही वजह थी कि 'हिम्मतवाला' के बाद राघवेंद्र राव ने जब 'जानी दोस्त' (1983), 'जस्टिस चौधरी' (1983), 'तोहफा' (1984), 'सुहागन' (1986), 'धर्माधिकारी' (1986) और 'दिल लगाके देखो' (1988) फिल्में बनाईं तो उन्होंने इनमें श्रीदेवी को ही लिया। जीतेंद्र को रेखा ने दी थी श्रीदेवी के साथ काम करने की सलाह एक इंटरव्यू में जीतेंद्र ने फिल्म 'हिम्मतवाला' में श्रीदेवी के साथ काम करने के बारे में बात की थी। उन्होंने कहा था, 'श्रीदेवी के साथ काम करने की सलाह मुझे रेखा ने दी थी। एक दिन मैं और रेखा, श्रीदेवी की कोई तेलुगु फिल्म देख रहे थे। रेखा ने मुझसे कहा, 'तुम्हें श्रीदेवी के साथ जरूर काम करना चाहिए। उस वक्त रेखा के पास 'हिम्मतवाला' के लिए डेट्स नहीं थी। वे फिल्म में काम करने से मना कर चुकी थीं। ऐसे में मैंने राघवेंद्र राव को श्रीदेवी को कास्ट करने का सुझाव दिया और वे मान गए। इस तरह 'हिम्मतवाला' में श्रीदेवी की एंट्री हुई। श्रीदेवी का डांस में कोई मुकाबला नहीं था। जब 'हिम्मतवाला' की शूटिंग के दौरान डांस मास्टर हमें स्टेप्स सिखाते थे तो श्रीदेवी केवल दो रिहर्सल में ही स्टेप्स सीख जाती थीं और मैं कई बार प्रैक्टिस करता था लेकिन वे भी मेरे साथ तब तक रिहर्सल करती थीं, जब तक मैं अपना डांस स्टेप परफेक्ट तरीके से न कर लूं।' 8 साल में 60 फिल्मों में काम किया 1975 के आसपास जब जीतेंद्र को बतौर हीरो फिल्में मिलना बंद हो गईं तो उनकी फाइनेंशियल कंडीशन काफी खराब हो गई थी। इसके बाद जीतेंद्र दूसरी बार तब दिवालिया हुए जब उन्होंने फिल्म प्रोड्यूस करने के बारे में सोचा। 1982 में उन्होंने फिल्म 'दीदार-ए-यार' बनाई जो कि फ्लॉप साबित हुई। इससे जीतेंद्र को काफी नुकसान हुआ। खराब आर्थिक स्थिति से उबरने के लिए जीतेंद्र ने 8 साल में 60 फिल्मों में काम किया। जीतेंद्र के इतनी फिल्में करने पर लोग उन्हें इनसिक्योर एक्टर तक कहने लगे थे, लेकिन जीतेंद्र को इसमें कुछ गलत नहीं लगता। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था, 'मैंने 8 साल में लगातार 60 फिल्में इसलिए कीं, क्योंकि ये सच है कि 1980 के दौर में मैं काफी इनसिक्योर था। मैं गोरेगांव की चॉल से उठा व्यक्ति हूं। मैंने वो समय देखा है, जब मेरे घर में पंखा लगा था तो पूरी चॉल के लोग उसे देखने के लिए आए थे। मैंने बुरा दौर करीब से देखा है, इसलिए मैं पागलों की तरह काम करता था।' मैं जॉबलैस हूं' जीतेंद्र 23 साल से फिल्मों से दूर हैं, लेकिन इसके बावजूद वे 1512 करोड़ रुपए की संपत्ति के मालिक हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अपने प्रोडक्शन हाउस बालाजी टेलीफिल्म्स, ऑल्ट बालाजी और बालाजी मोशन पिक्चर के जरिए उनकी सालाना कमाई 300 करोड़ रु. तक है। जीतेंद्र ने कुछ साल पहले एक इंटरव्यू में कहा था, '20 से ज्यादा साल हो गए, मैं जॉबलैस एक्टर हूं। मैंने अपना एक रुपया नहीं कमाया है। शोभा (पत्नी) और एकता (बेटी) सब काम संभालती हैं। मेरा योगदान केवल इतना है कि मैंने उस पैसे को सही जगह इन्वेस्ट किया है जो कि उन्होंने कमाया है और वो सारे इन्वेस्टमेंट मेरे लिए फायदेमंद साबित हुए हैं।' शराब-सिगरेट को 22 साल से हाथ नहीं लगाया जीतेंद्र ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वे पहले खूब सिगरेट और शराब पीते थे, लेकिन 22 साल पहले ये सब छोड़ चुके हैं। जीतेंद्र ने कहा था-जवानी के दिनों में मैंने अपनी हेल्थ के साथ जितने खिलवाड़ करने थे, सब कर चुका। लेकिन जब मैं 60 साल का हुआ तो मैंने ये सब छोड़ दिया। लोग मुझे इस उम्र में भी फिट होने पर कॉम्प्लीमेंट देते हैं तो मैं उन्हें भी ये सब छोड़ने की सलाह देता हूं। आज के दौर में मुझे सलमान खान और ऋतिक रोशन की फिटनेस बहुत अच्छी लगती है।
9 फिल्‍में और दांव पर 600 करोड़, अक्षय-अजय देवगन के लिए ईद पर सलमान का रिकॉर्ड तोड़ पाना लगभग नामुमकिन!
‘बिग बॉस देख रहे हैं’: गृह मंत्रालय के चप्पे-चप्पे पर अब तीसरी आंख से नजर
66वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों का ऐलान, अंधाधुन बेस्ट हिंदी फिल्म, आयुष्मान और विकी कौशल बेस्ट ऐक्टर
विवादित वीडियो मामला: मुश्किल में एजाज खान, कोर्ट ने 1 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा

राजस्थान


जयपुर: मुख्यमंत्री का फर्जी पीए बनकर राजस्थान राज्य कर्मचारी चयन बोर्ड के चेयरमैन और सचिव को धमकाने वालों के खिलाफ जयपुर के सांगानेर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है। बोर्ड के एडवाइजर विजिलेंस एंड सिक्योरिटी अधिकारी भीमसेन की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है। 19 और 20 अप्रैल को बोर्ड के अध्यक्ष मेजर आलोक राज और सचिव संजय माथुर के पास अलग अलग व्यक्तियों ने कॉल किया। खुद को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का निजी सचिव बताकर भर्तियों के संबंध में आदेश देने लगे। पुलिस अब मोबाइल नंबर के आधार पर धमकी देने वालों की तलाश कर रही है। खुद को भरतपुर कार्यालय में तैनात होना बताया सचिव और चेयरमैन को धमकी देने वालों ने खुद को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का निजी सचिव बताया। सचिन के पूछने पर उन्होंने अपना नाम शशिकांत शर्मा और सुरेश राजावत बताया। यह भी कहा कि वे सीएम भजनलाल के गृह जिले भरतपुर के ऑफिस का कामकाज देखते हैं। फर्जी पीए बनने वाले युवक परिवहन विभाग की मोटर वाहन उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा की प्रक्रिया में बेवजह दखल दे रहे थे। वे सचिव और चेयरमैन को आदेश देने लगे। सचिव ने लिखित में आदेश देने की बात कही तो वे धमकियां देने लगे कि उनसे लिखित आदेश मांगने पर अब उनके और उनके परिवार के लिए अच्छा नहीं होगा। स्टे ऑर्डर में संशोधन के लिए लगा प्रार्थना पत्र वापस नहीं लेने के लिए कहा भीमसेन का कहना है कि बोर्ड के तहत होने वाली परिवहन विभाग के मोटर वाहन उप निरीक्षक भर्ती प्रक्रिया पर हाईकोर्ट का स्टे लगा हुआ है। इस स्टे में संशोधन के लिए बोर्ड की ओर से करीब छह महीने पहले कोर्ट में एक प्रार्थना पत्र लगाया गया था। अब भर्ती प्रक्रिया को जल्द पूरा करने के लिए बोर्ड ने निर्णय लिया कि हाईकोर्ट में लगाया गया प्रार्थना पत्र वापस लिया जाए। इसी मामले को लेकर दो बार अलग अलग लोगों का कॉल आया था। उन्होंने कहा कि वे सीएम भजनलाल के निजी सचिव बोल रहे हैं। उन्होंने हाईकोर्ट में लगा प्रार्थना पत्र वापस नहीं लेने की बात कही। साथ में यह भी कहा कि इस मामले में सीएम से बात हो गई है।
राजस्थान के स्कूलों में बैन हुए मोबाइल फोन, टीचर अगर गलती से भी ले गए तो करना पड़ेगा यह काम
एडीजी प्रियदर्शी को एसीबी से हटाया, मेहरड़ा को डीजी लगाया:एकल पट्टा, ऑर्गन ट्रांसप्लांट और दूदू कलेक्टर ट्रेप में हुई थी बड़ी चूक
कांग्रेस कह रही- कांग्रेस को वोट मत देना... बांसवाड़ा सीट पर चल रहा अजब-गजब खेल
18-19 साल के 45 फीसदी युवा वोट देने नहीं पहुंचे:राजस्थान में फर्स्ट टाइम वोटर्स का मतदान पांच महीने में 22% गिरा; करौली-धौलपुर में 50% से कम वोटिंग

बहुत कुछ


नई दिल्ली,सीएम आवास पर बदसलूकी के मामले में AAP सांसद स्वाति मालीवाल ने 3 दिन बाद आखिरकार लिखित शिकायत दर्ज करवाई। गुरुवार को दिल्ली पुलिस की एक टीम स्वाति के घर पहुंची और उनका बयान दर्ज किया। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के एडिशनल सीपी और एडिशनल डीसीपी नॉर्थ स्वाति के घर पहुंचे थे। टीम करीब 4 घंटे रही। दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव (PA) बिभव कुमार पर सीएम आवास में स्वाति के साथ बदसलूकी और मारपीट करने का आरोप है। इस बीच, राष्ट्रीय महिला आयोग ने बिभव कुमार को नोटिस भेजकर शुक्रवार को तलब किया है। पहले स्वाति के साथ बदसलूकी के केस को समझिए 13 मई की सुबह 9:34 बजे दिल्ली के सीएम आवास से पुलिस के पास एक फोन आया। कॉलर ने सिर्फ एक लाइन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने बताया, 'हमें सुबह 9:34 बजे एक PCR कॉल मिली। कॉल करने वाले ने कहा कि उसके साथ CM आवास के अंदर मारपीट की गई है। उसके बाद लोकल पुलिस और SHO ने कॉल का जवाब दिया। कुछ समय बाद, सांसद स्वाति मालीवाल पुलिस स्टेशन सिविल लाइंस आईं। हालांकि, इस मामले में उनकी ओर से उस समय कोई शिकायत नहीं दी गई।' 14 मई को संजय सिंह ने कबूल किया कि मुख्यमंत्री आवास पर स्वाति मालीवाल के साथ अभद्रता हुई। उन्होंने मीडिया से कहा, '13 मई को बहुत ही निंदनीय घटना घटित हुई। सुबह अरविंद केजरीवाल से मिलने स्वाति मालीवाल उनके आवास पर पहुंची थीं। ड्रॉइंग रूम में केजरीवाल का इंतजार कर रही थीं। इस बीच मुख्यमंत्री के पीए बिभव कुमार वहां पहुंचे और उनके साथ अभद्रता और बदतमीजी की।' लखनऊ में आज केजरीवाल के साथ दिखे बिभव इंडिया ब्लॉक की प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल होने के लिए केजरीवाल और संजय सिंह गुरुवार सुबह दिल्ली से लखनऊ पहुंचे। बिभव को लखनऊ एयरपोर्ट पर केजरीवाल के साथ देखा गया। मीडिया ने स्वाति मालीवाल केस को लेकर केजरीवाल से सवाल किया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। इस दौरान दोनों को एक साथ गाड़ी में बैठा देखा गया। भाजपा ने कहा- केजरीवाल को पछतावा तक नहीं, AAP बोली- राजनीतिक खेल न खेलें भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि स्वाति मालीवाल केस में अरविंद केजरीवाल को पछतावा तक नहीं है। इस केस का आरोपी उनके साथ घूम रहा है। उन्होंने साफ कर दिया है कि महिला सम्मान को लेकर उनके पास कोई जगह नहीं है। उन्होंने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। संजय ने लखनऊ में कहा, 'आम आदमी पार्टी हमारा परिवार है। पार्टी ने अपना रुख साफ कर दिया है। स्वाति मालीवाल मामले पर राजनीतिक खेल न खेलें। इस मामले में पार्टी के अंदर चर्चा हुई है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अमेठी में कहा, 'इसमें दो बातें हैं। पहला, अगर महिलाओं के साथ कुछ गलत होता है तो हम उनके साथ खड़े हैं। मैं हमेशा महिलाओं के साथ ही खड़ी रहती हूं चाहें वे किसी भी पार्टी की हों। दूसरा AAP आपस में चर्चा करेगी... वो आपस में निर्णय लेंगे। ये उन पर है। केजरीवाल इस मामले में उचित कार्रवाई करेंगे।' मायावती ने कहा, महिलाओं के उत्पीड़न मामले में चाहे वह कोई पार्टी हो या इन्डि हो या अन्य गठबन्धन हो, इन्हें दोहरा मापदण्ड नहीं अपनाना चाहिए। बीएसपी के शीर्ष नेतृत्व से जरूर सबक लेना चाहिए। AAP की महिला राज्यसभा सांसद के साथ सीएम आवास में अभद्रता के गंभीर मामले पर देश की नजर है। दोषी के विरुद्ध अब तक कार्रवाई नहीं होना अनुचित। ऐसे में राज्यसभा के सभापति और महिला आयोग को भी इस घटना का संज्ञान लेने की जरूरत है। दिल्ली भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष ऋचा पांडे मिश्रा ने स्वाति मालीवाल को लेटर लिखा। इसमें लिखा- हम आपसे निवेदन करते हैं कि इस घटना की पूरी जानकारी पुलिस को दें ताकि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके। ऐसी घटनाएं रिपीट न हो, इसके लिए कानूनी प्रोसेस जरूरी है। बुधवार को पूर्व पति का दावा- स्वाति मालीवाल की जान खतरे में 15 मई को मालीवाल के पूर्व पति नवीन जयहिंद ने दावा किया कि स्वाति की जान खतरे में है। स्वाति के साथ जो भी हुआ उसकी प्लानिंग की गई थी। नवीन ने कहा, ' स्वाति सामने आएं और अपना पक्ष रखें।' इसके अलावा उन्होंने AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को लेकर कहा, 'मैं संजय सिंह की प्रेस कॉन्फ्रेंस सुन रहा था और मैं उन्हें यह बताना चाहता हूं कि उन्हें कैमरे के सामने एक्टिंग बंद कर देनी चाहिए, क्योंकि उन्हें पूरा मामला पता था।'
CAA से नागरिकता की हो गई शुरुआत, मोदी सरकार ने चुनाव के बीच चल दिया बड़ा दांव, क्या फायदा होगा?
स्वाति मालीवाल के साथ बदसलूकी मामले में बड़ी खबर, दिल्ली पुलिस ने AAP सांसद का दर्ज किया बयान
स्वाति मालीवाल मामले में निशाने पर आ गए अखिलेश, कर बैठे मुलायम वाली गलती!
ईटानगर: पूर्वोत्तर के राज्य अरुणाचल प्रदेश से एक शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सूबे में छोटी-छोटी बच्चियों से वेश्यावृत्ति कराने के इस केस में गिरफ्तार हुए 11 ग्राहको में सरकारी अधिकारी भी शामिल हैं। अरुणाचल प्रदेश पुलिस ने अंतरराज्यीय वेश्यावृत्ति गिरोह में शामिल सरकारी अधिकारियों समेत 21 लोगों को पिछले कुछ दिनों में गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक सीनियर अफसर ने बुधवार को कहा कि इस मामले में सूबे की पुलिस ने 10 से 15 साल उम्र की 5 नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया है।

मौसम


देश विदेश


लोकसभा चुनाव 2024 के मद्दनेजर 4 चरणों की वोटिंग हो चुकी है। पांचवे चरण की वोटिंग 20 मई को की जाएगी। इस बाबत पीएम नरेंद्र मोदी चुनावी मोर्चा संभाले हुए हैं। इसी कड़ी में पीएम मोदी ने यूपी में एक के बाद एक कई रैलियां की हैं और अभी कई रैलिया वो करने वाले हैं। दरअसल गुरुवार को पीएम मोदी का आजमगढ़, जौनपुर, भदोही और प्रतापगढ़ का दौरा है। हालांकि आजमगढ़, जौनपुर और भदोही का वो दौरा कर चुके हैं और प्रतापगढ़ का दौरा करना बाकी है। बता दें कि पीएम मोदी ने 11 बजे आजमगढ़ के लालगंज में जनसभा को संबोधित किया। इसके बाद जौनपुर में 2 बजे और अब भदोही में पीएम मोदी जनसभा को संबोधित कर रहे हैं। इसके बाद प्रधानमंत्री प्रतापगढ़ के जीआईसी मैदान में जनसभा को संबोधित करेंगे। आतंकी संगठनों की हितैषी है सपा पीएम मोदी ने टीएमसी पर निशाना साधते हुए कहा कि इनके एक नेता कहते है कि वे हिंदुओं को मारकर भागीरथी नदी में बहा देंगे। पीएम मोदी ने कहा कि यूपी की सपा सरकार आतंकी संगठन सिमी पर मेहरबान थी। इन्होंने सिमी के आतंकी को जेल से रिहा कर दिया था। बुआ-बबुआ को लेकर पीएम मोदी ने निशाना साधते हुए कहा कि क्या अखिलेश यादव ने अपनी बंगाल वाली बुआ से पूछा कि यूपी-बिहार के लोगों को बंगाल में बाहरी क्यों कहते हैं। टीएमसी के लोग यूपी-बिहार के लोगों को बंगाल में गाली क्यों देते हैं। यूपी के लोगों के टीएमसी के लोगों और सपा के लोगों ने क्या समझ रखा है। सपा और टीएमसी को क्या जोड़ती है पीएम मोदी बोले की टीएमसी और सपा को जोड़ने वाली एक ही चीज है तुष्टिकरण। तुष्टिकरण के ये ठेकेदार भारत की पहचान बदलना चाहते हैं। ये वही लोग हैं जो कोर्ट में भगवान राम को काल्पनिक बताते थे। इनके समय में अयोध्या की सड़कों और घाटों की क्या दशा हुआ करती थी। बनारस में घाटों और गलियों की क्या दशा होती थी। पीएम मोदी ने कहा कि क्या ये दुर्दशा देखकर पीड़ा होती थी या नहीं। क्या सपा, कांग्रेस, टीएमसे के लोग मंदिर बनने देते क्या? आज भव्य राम मंदिर हमारी आंखों के सामने है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि रामलला अब टेंट से निकलकर भव्य मंदिर में गए, यह गर्व का विषय है। रामलला जब टेंट में थे तो हमें पीड़ा होती थी। पीएम ने कहा कि कांग्रेस तो कोर्ट के फैसले को बदलकर राम मंदिर पर ताला डालना चाहती है और रामलला को फिर से टेंट में जीने के लिए मजबूर करना चाहती है। इनके ये मंसूबें कभी कामयाब नहीं होने देंगे। उन्हें जवाब दिया जाएगा। पीएम मोदी ने कहा कि भाजपा के ही कारण भव्य राम मंदिर बना, भाजपा के कारण ही बनारस में बाबा का धाम तैयार हुआ और ये भाजपा के कारण ही मां विध्यवासिनी का धाम तैयार हुआ। पीएम मोदी ने आगे कहा कि भाजपा ने दिन रात एक कर यूपी की छवि बदली है। आज यूपी की पहचान एक्सप्रेसवे से होती है। यूपी में 6 एक्सप्रेस वे हैं। 5 नए और एक्सप्रेस वे बन रहे हैं। भदोही में बनारस से हंडिया तक 6 लेन बन चुका है। यूपी में चौतरफा विकास पीएम मोदी ने आगे कहा कि भदोही रिंग रोड फेज 2 का काम भी हो रहा है। मछली शहर से बनारस तक नेशनल हाईवे का काम हो रहा है। 2017 तक यूपी में केवल 7 एयरपोर्ट थे। आज यूपी में 17 एयरपोर्ट हैं। तीन एयरपोर्ट और बन रहे हैं। बनारस से देश विदेश के लिए इतनी फ्लाइट्स उड़ने लगी हैं। भदोही में रेलवे लाइन्स भी डबल हो गई हैं। भदोही समेत पूरे क्षेत्र में पहली बार चारों तरफ विकास देखने को मिल रहा है। विकास के इन कामों का फायदा यहां के किसानों को मिलेगा, कालीन उद्योग को मिलेगा। यह जानकर भदोही के लोगों को गर्व होगा कि जो नया संसद भवन बना है वहां भी भदोही की कालीन बिछाई गई है।
एक कांग्रेसी ने शुरू किया RSS:मुस्लिमों का साथ देने पर गांधी से असहमत थे हेडगेवार, मालाबार-नागपुर दंगे के बाद पार्टी छोड़ी
झारखंड के कोडरमा में PM मोदी ने की जनसभा, नक्सलवाद पर किया प्रहार; विपक्ष के लिए कही ये बात
पटना साहिब गुरुद्वारे में PM मोदी ने टेका मत्था, की सेवा
'बंगाल में हिंदुओं को बनाया दोयम दर्जे का नागरिक', पीएम मोदी ने ममता बनर्जी और कांग्रेस पर साधा निशाना

ताजा खबर


taaja khabar...काला धनः भारत को स्विस बैंक में जमा भारतीयों के काले धन से जुड़ी पहली जानकारी मिली...SPG सिक्यॉरिटी पर केंद्र सख्त, विदेश दौरे पर भी ले जाना होगा सिक्यॉरिटी कवर, कांग्रेस बोली- निगरानी की कोशिश....खराब नहीं हुआ था इमरान का विमान, नाराज सऊदी प्रिंस ने बुला लिया था वापस ....करीबियों की उपेक्षा से नाराज हैं राहुल गांधी? ताजा घटनाक्रम और कुछ कांग्रेस नेता तो इसी तरफ इशारा कर रहे हैं....2 राज्यों के चुनाव से पहले राहुल गांधी गए कंबोडिया? पहले बैंकॉक जाने की थी खबर...2019 में चिकित्सा क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार का ऐलान, 3 वैज्ञानिकों को संयुक्त रूप से मिला...चीन सीमा पर तोपखाने की ताकत बढ़ा रहा भारत, अरुणाचल प्रदेश में तैनात करेगा अमेरिकी तोप....J-K: पुंछ में PAK ने की फायरिंग, सेना ने दिया मुंहतोड़ जवाब ...राफेल में मिसाइल लगाने वाली कंपनी बोली, ‘भारत को मिलेगी ऐसी ताकत जो कभी ना थी’ ..

Top News